इस सप्ताह के आखिर में धनतेरस का बड़ा त्योहार आ रहा है और ग्राहकों के स्वागत के लिए देशभर के बाजार सजधज कर तैयार हैं. बीते दो साल कोरोना के साये में जाने की वजह से लोग खुलकर त्योहारों का मजा नहीं ले सके थे, लेकिन इस बार बाजार और दुकानदार दोनों को अच्छी बिक्री की उम्मीद है. धनतेरस पर सबसे ज्यादा बिक्री सोने के आभूषणों की रहती है. इस बार पिछले साल से सोना करीब 4 हजार रुपये महंगा रहने का अनुमान है, लेकिन ज्वैलर्स एसोसिएशंस को बिक्री बढ़ने की पूरी उम्मीद है.
दरअसल, सराफा बाजार में सोने का हाजिर रेट इस बार करीब 52 हजार के आसपास चल रहा है जो पिछले साल धनतेरस पर 48 हजार के करीब था. इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले साल 2 नवंबर (धनतेरस के दिन) 24 कैरेट सोने का हाजिर भाव 47,904 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि 17 अक्तूबर, 2022 को दिल्ली में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत 52,175 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. गौरतलब है कि कोरोना की पहली लहर के बाद साल 2020 में सोने का हाजिर भाव रिकॉर्ड 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया था. हालांकि, 2020 की धनतेरस पर सोने की हाजिर कीमत घटकर 50,500 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई थी.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के कमोडिटी रिसर्च हेड अनुज गुप्ता का कहना है कि इस बार धनतेरस और दिवाली के तत्काल बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा. लिहाजा ज्यादातर लोग शादियों के लिए ज्वैलरी की खरीदारी भी धनतेरस पर ही कर सकते हैं. इसके अलावा सोने की कीमत अपने रिकॉर्ड हाई से नीचे आई है, जिससे लगता है कि इस बार पिछले साल से करीब 30 फीसदी ज्यादा बिक्री हो सकती है.
कितना सोना बिकने का अनुमान
अनुज गुप्ता ने बताया कि कोरोना से प्रभावित साल 2020 की धनतेरस पर करीब 20 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई थी. इसके बाद साल 2021 की धनतेरस पर करीब 50 टन सोना बिका, लेकिन इस बार यह आंकड़ा 55 से 60 टन तक पहुंच सकता है. इस तरह आने वाले धनतेरस पर कुल बिक्री करीब 30 हजार करोड़ रुपये की रहेगी, जो पिछले साल 23 हजार करोड़ रुपये के आसपास थी.
दरअसल, इस साल करवाचौथ पर भी सोने की बिक्री करीब 800 करोड़ रुपये बढ़ी थी. पिछले साल करवाचौथ पर जहां 2,200 करोड़ के सोने की बिक्री थी, वहीं इस बार करीब 3,000 करोड़ रुपये का सोना बिका है.