निवेशकों के करीब 1 लाख करोड़ रुपये डुबो चुका पेटीएम के शेयर में अब बाजार जानकारों को मुनाफे की आस दिखने लगी है. फंडामेंटल एक्सपर्ट्स और चार्ट रीडर्स का कहना है कि इस स्टॉक में अब मजबूती आ रही है और नियर टर्म में 50 फीसदी तक रिटर्न दे सकता है. नंवबर 2021 में यह स्टॉक में शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था. तब इसका बाजार पूंजीकरण 1.4 लाख करोड़ रुपये था. अब यह गिरकर महज 43,500 करोड़ रुपये रह गया है. इस तरह केवल एक साल में ही पेटीएम का शेयर 96,500 करोड़ रुपये स्वाह कर चुका है.
पेटीएम शेयर का इश्यू प्राइस 2,150 रुपये था, लेकिन यह शेयर 1,950 रुपये पर ही लिस्ट हुआ. भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के बाद भारतीय बाजार में यह दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ था. वैश्विक ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सॉक्स ने भी हाल ही में इसे बाय रेटिंग देते हुए 1,100 रुपये का टॉर्गेट प्राइस दिया था. ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन ने भी इसे ओवरवेट रेटिंग दी है और उम्मीद जताई थी मार्च 2023 तक स्टॉक 1,000 रुपये तक जा सकता है.
टार्गेट प्राइस 840 रुपये
इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, डेरिवेटिव विशेषज्ञ आशीष गुप्ता का कहना है कि एक बार यह स्टॉक 750 रुपये का लेवल क्रॉस करता है तो फिर इसे अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया जा सकता है. इस लेवल को क्रॉस करने के बाद यह तीन-चार सप्ताह में ही 800-840 रुपये तक जा सकता है. गुप्ता ने निवेशकों को सलाह दी है कि उन्हें 710 रुपये का स्टॉपलॉस जरूर रखना चाहिए.
आशीष गुप्ता का कहना है कि डेली चार्ट पर नजर डालने से पता चलता है कि पेटीएम स्टॉक को 22 अगस्त को 850 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस मिला है. इसके बाद इसने लोवर हाई और लोवर लो बनाया है. जब तक यह शेयर हायर हाई नहीं बनाता और उस पर टिका नहीं रहता है तब तक इसमें निवेश करने से बचना चाहिए. गुप्ता का कहना है कि इसका हायर हाई 747 या इसके ऊपर का लेवल है.
दिख रही है बढ़त की आस
इंडिपेंडेंट ट्रेडिंग कोच मनीष शाह का कहना है कि पेटीएम अब प्राइस एक्शन का पैटर्न दिखा रहा है, जिसमें हम प्राइस मेकिंग देख सकते हैं. इसे हम फर्स्ट हायर लो कहते हैं. शाह का कहना है कि एक बार 690 रुपये के लेवल को एक बार तोड़ने का मतलब होगा कि शेयर मजबूत हो रहा है और 830 से लेकर 920 रुपये तक जा सकता है. उन्होंने निवेशकों को 690 रुपये से ऊपर के स्तर पर खरीदने की सलाह दी है.