भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) पिछले तीन कारोबारी सत्र से जारी गिरावट के सिलसिले को आज तोड़ सकता है. ग्लोबल मार्केट से मिल रहे पॉजिटिव संकेतों से अनुमान लगाया जा रहा कि आज मंगलवार को निवेशक मुनाफावसूली करने के बजाए बाजार में पैसे लगाने की तरफ बढ़ेंगे.
सेंसेक्स पिछले सत्र में 861 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ 57,973 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 246 अंकों के नुकसान के साथ 17,313 पर पहुंच गया था. एक्सपर्ट का कहना है कि आज एशिया के तमाम बाजारों में रौनक लौटती दिख रही और इसका असर भारतीय निवेशकों के सेंटिमेंट पर भी दिखेगा. निवेशकों ने आज खरीदारी पर जोर दिया तो सेंसेक्स फिर 58 हजार के पार चला जाएगा.
अमेरिका और यूरोप में बड़ी गिरावट
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मुखिया की ओर से कर्ज की ब्याज दरें बढ़ाने का बयान दिए जाने के बाद से वहां निवेशकों में हलचल है और लगातार दूसरे सत्र में भी गिरावट दिखी. अमेरिका के प्रमुख शेयर बाजारों में शामिल NASDAQ पर पिछले कारोबारी सत्र में 1.02 फीसदी की गिरावट रही और निवेशकों का सेंटिमेंट भी आगे भी कमजोर बने रहने का अनुमान है.
अमेरिका की तर्ज पर यूरोप के बाजारों में भी गिरावट दिखी है. डॉलर की मजबूती ने यूरोपीय मुद्रा पाउंड और यूरो को भी कमजोर बना दिया है, जिसका असर वहां के शेयर बाजार पर भी दिख रहा. यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में शामिल जर्मनी के स्टॉक एक्सचेंज पर पिछले सत्र में 0.61 फीसदी की गिरावट दिखी, जबकि फ्रांस का शेयर बाजार 0.83 फीसदी के नुकसान पर बंद हुआ था. लंदन स्टॉक एक्सचेंज को भी पिछले सत्र में 0.70 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा था.
एशियाई बाजारों में लौटी रौनक
एशिया के ज्यादातर शेयर बाजार आज बढ़त पर खुले और हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं. सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज पर आज सुबह 0.28 फीसदी का उछाल दिखा तो जापान का निक्केई 0.78 फीसदी की बढ़त पर कारोबार कर रहा है. इसके अलावा ताइवान के बाजार में 0.23 फीसदी और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी पर 0.30 फीसदी का उछाल दिख रहा है. चीन का शंघाई कंपोजिट 0.01 फीसदी की बढ़त पर है, लेकिन हांगकांग के बाजार में आज 0.37 फीसदी की गिरावट दिख रही है.
विदेशी निवेशकों ने निकाले पैसे
भारतीय शेयर बाजार में लगातार पैसे लगा रहे विदेशी निवेशकों ने पिछले सत्र में बिकवाली. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 561.22 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले. हालांकि, इसी दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 144.08 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी भी की, लेकिन बाजार में आई बड़ी गिरावट को नहीं टाल सके.