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रूस-यूक्रेन के बीच 6 महीने के युद्ध ने दुनिया को कैसे और कितना प्रभावित किया? सबसे ज्यादा नुकसान किसको

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रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के लगभग छह महीने बीत गए हैं. रूस पर पश्चिम ने उसके तेल, गैस, भोजन और उर्वरक के निर्यात पर अंकुश लगाया हुआ. दुनिया महंगाई, कम विकास, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने की कम क्षमता और अधिक राजनीतिक अस्थिरता के साथ और ज्यादा दयनीय स्थिति में पहुंच गई है. इस युद्ध का दुनिया पर चौतरफा असर हुआ. जिस तरह हर देश का दुख एक समान नहीं होता उसी तरह इस युद्ध से कुछ अधिक पीड़ित हैं, कुछ कम और कुछ बहुत कम.

इस युद्ध से अमीर दुनिया की तुलना में अधिक महंगाई के साथ विकासशील दुनिया को निश्चित रूप से एक बुरा सौदा मिला है. कुल मिलाकर, उनकी मुद्राओं का अधिक मूल्यह्रास हुआ है. ऊर्जा के लिए उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. कम स्थानीय मुद्राएं और विश्व स्तर पर अधिक महंगी ऊर्जा व भोजन ने एक साथ उच्च ब्याज दरों को जन्म दिया है. सिवाय तुर्की के, जहां राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन का मानना है कि वह अर्थशास्त्र के नियमों को उलट सकते हैं.

युद्ध की वजह से दुनियाभर में महंगाई बढ़ी जिसको रोकने के लिए केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में कई बार बढ़ोतरी की. उच्च ब्याज दरें विकासशील देशों के विकास में बाधा डालती हैं. इसका भी नुकसान गरीब और विकासशील देशों को झेलना पड़ रहा है.

राजनीतिक अस्थिरता पैदा हुई

वहीं दूसरी तरफ, महंगाई, कम विकास, खराब शासन और भ्रष्टाचार पर लोगों के गुस्से ने विकासशील दुनिया के अधिकांश हिस्सों में अत्यधिक राजनीतिक अस्थिरता पैदा कर दी है. श्रीलंका ने एक बड़ा विद्रोह देखा जिसने शक्तिशाली राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को उखाड़ फेंका. पाकिस्तान में, सहयोगी दलों के बीच सेना-सहायता प्राप्त असंतोष ने इमरान खान की सरकार को बाहर का रास्ता दिखाया. सोमालिया, माले और मोजाम्बिक में इस्लामी उग्रवाद का स्तर और अधिक हुआ है.

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य आंतरिक संघर्ष के एक बड़े स्तर से ग्रस्त है. डाकुओं और अपहरणकर्ताओं के गिरोह ने नाइजीरिया के बड़े इलाकों पर अपनी पकड़ बढ़ा ली है. आर्थिक तंगी ने दक्षिण अफ्रीका के भ्रष्ट पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को उनकी गिरफ्तारी का संकट खड़ा करने में मदद की. लेबनान, मिस्र, सोमालिया और इथियोपिया के टाइग्रे क्षेत्र में गेहूं की भारी कमी देखी जा रही है, क्योंकि वे यूक्रेन और रूस से आयात पर निर्भर हैं.

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