देश के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज वोट डाले जाएंगे, जबकि देर शाम तक विजयी उम्मीदवार का ऐलान होगा. इस मुकाबले में एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ के जीतने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं. आंकड़ों में उन्हें बढ़त हासिल है. अगर जगदीप धनखड़ जीतते हैं, वे भारत के 14वें उपराष्ट्रपति बनेंगे. धनखड़ का जीतना इसलिए भी तय माना जा रहा है कि एनडीए के पास संसद के दोनों सदनों में पर्याप्त वोट हैं. शनिवार की सुबह 10 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू होगी. वहीं देर शाम तक रिटर्निंग ऑफिसर उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजे की घोषणा करेंगे. लगभग सभी दलों ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने समर्थन का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस की अगुवाई वाले विपक्ष की तरफ से मार्गरेट अल्वा, जगदीप धनखड़ को चुनौती दे रही हैं.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के बाद सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) चुनाव से दूर रहने के अपने फैसले पर अड़ी हुई है, जिससे अल्वा के चुनाव जीतने की संभावना और भी कम हो गई है. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 780 वोट शामिल हैं, जिनमें 543 निर्वाचित लोकसभा सांसद और राज्यसभा के 237 सदस्य शामिल हैं.
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के विपरीत, विधायक उप-राष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं करते हैं. एनडीए की नेतृत्व करने वाली भाजपा के पास 394 सांसद हैं, जिनमें लोकसभा में 303 और राज्यसभा में 91. कुल मिलाकर, धनखड़ को 525 वोट मिलने की संभावना है, जिसमें एनडीए के 462 वोट शामिल हैं. इसमें शिवसेना के 12 बागी सांसदों के भी वोट शामिल हैं.
केंद्र की सत्तारूढ़ सरकार को आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी (31 सांसद), मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (11) और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बीजू जनता दल (21 सांसद) से भी समर्थन मिला है. धनखड़ शनिवार को चुनाव जीतने के लिए तैयार हैं और 10 अगस्त को उनके उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने की उम्मीद है.
इस बीच, उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार अल्वा को तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS), आम आदमी पार्टी (AAP) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) सहित कई क्षेत्रीय दलों का समर्थन मिला है. हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के एआईएमआईएम ने भी विपक्ष की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार अल्वा को अपना समर्थन दिया है. उम्मीद जताई जा रही है कि अल्वा को 200 से अधिक वोट मिल सकते हैं.