Home राष्ट्रीय बिन धमाका सटीक निशाना, ये हैं हेलफायर मिसाइल की खासियतें

बिन धमाका सटीक निशाना, ये हैं हेलफायर मिसाइल की खासियतें

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‘हेलफायर’ मिसाइलें बेहद खास तरीके से तैयार की जाती हैं. इन गुप्त मिसाइलों का इस्तेमाल आतंकवादियों को मारने के मकसद से सटीक हवाई हमले के लिए किया जाता है. इन्हें दागे जाने पर विस्फोट नहीं होता और नुकसान भी बहुत कम होता है. साथ ही आम लोगों के हताहत होने की गुंजाइश भी कम होती है. ये व्यक्तियों और संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिना अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम होती हैं.

सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) और पेंटागन दोनों ने इस हथियार का इस्तेमाल किया है. इसे ‘निंजा मिसाइल’ के तौर भी जाना जाता है. इसमें रेजर जैसे नुकीले ब्लेड को लगाया जाता है. ये मोटे स्टील की चादरों को भी काट सकता है. काइनेटिक एनर्जी के इस्तेमाल से ये पल भर में ही टारगेट को टुकड़ों में काट देता है. खास बात ये है कि आसपास के लोगों या बिल्डिंग को इससे कोई नुकसान नहीं होता है.

 

दूर से संचालित ड्रोन, मिसाइल को अपने लक्ष्य तक ले जाता है. सटीक निशाने के लिए इसमें कैमरे लगे होते हैं. लक्ष्य तक पहुंचते ही छह ब्लेड मिसाइल के किनारे से बाहर निकलते हैं. WSJ की रिपोर्ट के अनुसार, मिसाइल के छह लंबे ब्लेड रास्ते में आने वाली किसी भी चीज को चीरने के लिए बनाए गए हैं. शक्तिशाली ब्लेड लक्ष्य तक पहुंचने और मारने के लिए इमारतों और कार की छतों को काटने में सक्षम हैं.

माना जाता है कि हेलफायर 9RX मिसाइल का इस्तेमाल साल 2017 से किया जा रहा है. हालांकि इसके बारे में आमलोगों को ज्यादा जानकारी 2019 के बाद मिली. मिसाइल को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, इराक, सीरिया, सोमालिया, यमन और अन्य स्थानों पर होने वाले अमेरिकी हवाई हमलों में आम लोगों को हताहत होने से बचाने के लिए तैयार किया गया था.

 

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