केंद्र सरकार ने जानकारी दी है कि अगले साल 2023 के पद्म पुरस्कारों के लिए इस साल 15 सितंबर तक नामांकन किया जा सकता है. इनके लिए नामांकन या सिफारिश राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर ऑनलाइन की जा सकती है. ये सुविधा 1 मई से शुरू की गई थी. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आवेदन सिर्फ ऑनलाइन लिए जाएंगे. देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कार देने का सिलसिला 1954 में शुरू हुआ था. ये पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिए जाते हैं.
हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर इन पुरस्कारों की घोषणा की जाती है. ये पुरस्कार कला, साहित्य व शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियों या सेवा के लिए दिए जाते हैं. जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेद के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र होते हैं. हालांकि डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक उपक्रमों में काम करने वाले लोग और सरकारी कर्मचारी को इन पुरस्कारों की पात्रता से अलग रखा गया है.
एएनआई के मुताबिक, केंद्र सरकार इन पद्म पुरस्कारों को ‘जन पद्म’ के रूप में तब्दील करने के लिए प्रतिबद्ध है. मतलब ये कि सरकार चाहती है कि ये पुरस्कार सिर्फ प्रभावशाली लोगों तक सीमित न रहकर आम लोगों तक भी पहुंचें. इसीलिए सभी नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि अगर उन्हें लगता है कि वे इस पुरस्कार के योग्य हैं या वो किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं तो नामांकन कर सकते हैं. वह चाहें तो दूसरे योग्य व्यक्ति की भी अनुशंसा कर सकते हैं. पिछले कुछ वर्षों में इन पुरस्कारों के जरिए महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति व जनजाति, दिव्यांग आदि में भी ऐसी प्रतिभाओं को पहचानकर सम्मानित किया गया है, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है.
नामांकन या अनुशंसा करने के लिए awards.gov.in/ पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में सभी संबंधित विवरण देना होता है. अधिकतम 800 शब्दों में एक विवरणात्मक उद्धरण देना होता है, जिसमें संबंधित क्षेत्र या विषय में हासिल की गई विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों या सेवाओं का स्पष्ट रूप से उल्लेख होना चाहिए. इस संबंध में विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट mha.gov.in पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के तहत और पद्म पुरस्कार पोर्टल padmaawards.gov.in
पर भी उपलब्ध है.