चीन को लेकर जिस तरह की चर्चाएं थी, बिलकुल वैसा ही होना भी शुरू हो चुका है. चीन के हेनान प्रांत में पिछले कई सप्ताहों से पुलिस और लोगों के बीच में झड़पें हो रही हैं. इसके पीछे की वजह है कि लोगों को बैंकों से उनकी जमापूंजी वापस न निकालने दिया जाना.
लोगों का उग्र रूप देखते हुए चीन की सड़कों पर पुलिस और बख्तरबंद टैंक तक उतर आए हैं. चूंकि चीन में मीडिया सरकारी कंट्रोल में है तो मेन मीडिया से इस तरह की खबरें सामने नहीं आ सकतीं. यही वजह है कि लोग सोशल मी
डिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर इन झड़पों के वीडियो शेयर कर रहे हैं और अपने पैसे की मांग कर रहे हैं.
ये है पूरा मामला
यह मामला बैंक ऑफ चाइना की हेनान शाखा से जुड़ा है. हेनान शाखा ने हाल ही में ऐलान किया था कि जमाकर्ताओं द्वारा उनकी शाखा में रखा गया पैसा ‘निवेश’ में है और इसे अब वापस नहीं लिया जा सकता है. इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा. हेनान की राजधानी झेंगझाउ में एक विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसा भी हुई.ये है पूरा मामला
यह मामला बैंक ऑफ चाइना की हेनान शाखा से जुड़ा है. हेनान शाखा ने हाल ही में ऐलान किया था कि जमाकर्ताओं द्वारा उनकी शाखा में रखा गया पैसा ‘निवेश’ में है और इसे अब वापस नहीं लिया जा सकता है. इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा. हेनान की राजधानी झेंगझाउ में एक विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसा भी हुई.
इसके बाद अधिकारियों ने कहा था कि वे उन जमाकर्ताओं को टुकड़ों में पैसा देना शुरू कर देंगे, जिनके फंड कई ग्रामीण बैंकों द्वारा फ्रीज किए गए हैं. इसके तहत 15 जुलाई को पहली राशि दी जानी थी. लेकिन केवल कुछ जमाकर्ताओं को ही पैसे मिले. ऐसे में ये आशंका फैल गई है कि क्या बैंकों के पास पैसे बचे भी हैं? इसके बाद प्रदर्शनों ने और ज़ोर पकड़ लिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैंकों की सुरक्षा और स्थानीय लोगों को बैंकों तक पहुंचने से रोकने के लिए ये टैंक सड़कों पर उतारे गए हैं. टैंकों को मुख्य तौर पर बैंकों और बैंकों के ATM के सामने तैनात किया गया है.