राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) सहित देश के कई हिस्सों में कोरोना (Covid-19) के बाद अब डेंगू (Dengue) ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. डेंगू के बढ़ते मामले के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने राज्यों को अलर्ट (Alert) जारी किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया (Dr. Mansukh Mandaviya ) ने शुक्रवार को डेंगू से निपटने के लिए राज्यों को आवश्यक निर्देश दिए हैं. मंडाविया ने कहा है कि कोरोना अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और ऐसे में अगर डेंगू, चिकनगुनिया के मामले भी बढ़ते हैं तो इससे अस्पतालों पर अनावश्यक बोझ भी बढ़ जाएगा. इसलिए एक अभियान चला कर डेंगू पर काबू पाएं. आपको बता दें कि दिल्ली में इस वर्ष डेंगू के मामले पिछले छह साल में सर्वाधिक हैं. मानसून की बारिश के बाद दिल्ली के कई हिस्सों में जलभराव की वजह से मच्छरों की उत्पत्ति बढ़ गई है. इस साल जनवरी से लेकर दो जुलाई तक राजधानी में डेंगू के 143 नए मामले आ चुके हैं. हालांकि, डेंगू से अब तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव और नियंत्रण को लेकर राज्यों की तैयारियों के बारे में समीक्षा बैठक में कई निर्देश दिए हैं. मंडाविया ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, त्रिपुरा, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्रियों और अधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर रोगाणुवाहक जीव (वेक्टर) जन्य बीमारियों से बचाव व इलाज के बारे में जनअभियान शुरू करने पर जोर दिया.
डेंगू को लेकर केंद्र ने दिए राज्यों को आवश्यक निर्देश
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राज्यों को निर्देश दिया गया है कि स्थानीय स्वंयसेवी संगठनों से मिलकर दवाईयों का छिड़काव समय पर शुरू करें. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमों (आरआरटी) का गठन किया जाना चाहिए. गैर सरकारी संगठनों के साथ-साथ आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी जागरूकता अभियान में शामिल किया जाए.
दिल्ली में कोरोना के बाद डेंगू ने पकड़ी रफ्तार
अगर दिल्ली की बात करें तो दिल्ली नगर निगम घरों में डेंगू का मच्छर पाए जाने पर 100 से 500 रुपये का चालान करता है. दिल्ली में डेंगू के बढ़ते मामले के बीच निगम का कहना है कि इन दिनों कंस्ट्रक्शन साइट्स पर कड़ा रुख अपनाया गया है. पिछले दिनों ही निगम ने कड़कड़डूमा में पीएनएससी कंस्ट्रक्शन कंपनी पर एक लाख रुपये का चालान किया है. साथ ही कड़कड़डूमा इंस्टीटयूशनल एरिया में मच्छरों का प्रजनन पाए जाने पर एस.ए.एम.बिल्डवेल की ओर से संचालित निर्माण स्थल पर मच्छरों का प्रजनन पाए जाने पर 50 हजार रुपये का चालान किया गया है.