आईसीसी (ICC) ने 2024 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप का पूरा लेखा-जोखा जारी कर दिया है. इसमें कुल टीमों से लेकर क्वालिफाइंग तक की जानकारी दी गई है. यह टूर्नामेंट वेस्टइंडीज और अमेरिका में संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा. मेजबान होने के नाते दोनों को इस ग्लोबल टूर्नामेंट में डायरेक्ट एंट्री दी गई है. आईसीसी के अनुसार, इस साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की टॉप-8 टीमों को भी डायरेक्ट एंट्री दी जाएगी. इसके अलावा 14 नवंबर 2022 तक टॉप की 2 अन्य टीमों को भी सीधे वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिलेगा. अन्य 8 जगह के लिए क्वालिफाइंग मुकाबले होंगे.
आईसीसी से मिली जानकारी के अनुसार, क्वालिफाइंग राउंड से अफ्रीका, एशिया और यूरोप की 2-2 टीमें वर्ल्ड कप खेलने के लिए पात्र होंगी. वहीं अमेरिका और ईएपी रीजन से एक-एक टीम को खेलने का मौका मिलेगा. पहली बार टी20 वर्ल्ड कप में 20 टीमों को मौका मिल रहा है. इससे पहले अधिकतम 16 टीमों को टी20 वर्ल्ड कप में मौका मिला था. पिछले साल यूएई में हुए टी20 वर्ल्ड कप का खिताब ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार जीता था.
66 देश उतरेंगे क्वालिफाइंग इवेंट में
क्वालिफाइंग इवेंट में कुल 66 देश की टीमें उतरेंगी. इसमें अफ्रीका की 14 टीमें, अमेरिका की 8 टीमें, एशिया की 9 टीमें, ईएपी की 7 टीमें और 28 टीमें यूरोप की शामिल होंगी. ये मुकाबले 2 साल तक होंगे. हंगरी, रोमानिया और सर्बिया को पहली बार इस इवेंट में उतरने का मौका मिल रहा है. आईसीसी हेड ऑफ इवेंट्स क्रिस टेटली ने कहा कि हम आईसीसी इवेंट्स में रिकॉर्ड संख्या में टीमों के शामिल होने से खुश हैं. यूरोप की टीमें भी टी20 वर्ल्ड कप में शामिल हो सकेंगी. टी20 फॉर्मेट खेल के विकास को आगे बढ़ा रहा है और अगले 2 वर्षों में हम पहली बार नई टीमों को आईसीसी इवेंट में खेलते हुए देखेंगे.
अब तक 6 टीमों ने जीता है खिताब
टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 2007 में हुई. अब तक 7 बार इसका आयोजन हो चुका है और 6 टीमें चैंपियन बन चुकी हैं. वेस्टइंडीज ने सबसे अधिक 2 बार टाइटल पर कब्जा किया है. इसके अलावा भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने एक-एक बार ट्रॉफी पर कब्जा किया है.