आज कल क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर शब्द से ज्यादातर नौकरीपेशा या बिजनेस करने वालों का सामना होता रहता है. लोन या बैंक से जुड़े कामों के लिए तो यह सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक हो गया है. क्रेडिट स्कोर को ही सिबिल स्कोर भी कहा जाता है. सिबिल स्कोर क्रेडिट रिपोर्ट पर दर्ज होता है.
सिबिल रिपोर्ट ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड (पहले: क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड) कंपनी से जारी होती है. इसे सिबिल कंपनी भी कहते हैं. क्रेडिट स्कोर 3 अंको की एक संख्या होती है, जिसके हिसाब से बिजनेस लोन या दूसरे लोन देने या नहीं देने का निर्णय किया जाता है. पैन नंबर के जरिए क्रेडिट स्कोर का पता किया जाता है.
लोन के लिए कितना सिविल स्कोर जरूरी है ?
अक्सर एक सवाल आता है कि लोन के लिए कितना सिविल स्कोर होना चाहिए ? इसका कोई फिक्स जवाब या नंबर नहीं है. ऐसा कोई निश्चित सिबिल स्कोर नहीं है जिसे लेकर कहा जा सके कि उतना स्कोर होने पर आपको पर्सनल लोन मिल जाएगा. हालांकि, ज़्यादातर बैंक 750 और इससे ज़्यादा सिबिल स्कोर को अच्छा मानते हैं. इसे लोन के लिए योग्य होने की पहली शर्तों में से एक माना जाता है. क्रेडिट स्कोर ज्यादा होने से आपको लोन की अधिक राशि प्राप्त करने में भी मदद मिल सकती है. वह भी बेहतर ब्याज दरों पर और मनपसंद भुगतान अवधि के लिए.
मेरा क्रेडिट स्कोर कितना है?
आपको अपना क्रोडिट स्कोर जानने के लिए सबसे पहले सिबिल कंपनी की वेबसाइट पर जाकर आपना अकाउंट बनाना होगा. क्रेडिट स्कोर शुरुवात में फ्री में चेक हो जाता है लेकिन बाद में इसके लिए फीस चुकानी पड़ती है.