आंध्र प्रदेश के सभी मंत्री अपने पदों से इस्तीफा दिया है. 7 अप्रैल को दोपहर बाद मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी (CM Jagan Mohan Reddy) की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक हुई है. उसमें यह निर्णय किया गया है. इसके बाद मुख्यमंत्री अपनी मंत्रिपरिषद का पुनर्गठन करेंगे. यह पुनर्गठन 9 या 11 अप्रैल को हो सकता है. बताया जाता है कि नई मंत्रिपरिषद में नए-पुराने सभी 26 जिलों से किसी न किसी को मंत्री बनाया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने बुधवार, 6 अप्रैल को राज्यपाल बिश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की थी. उसमें उन्होंने अपनी आगामी योजना की जानकारी उन्हें दे दी है. वे गुरुवार को फिर अपनी नई मंत्रिपरिषद के सदस्यों की अंतिम सूची लेकर राज्यपाल से मिलने वाले हैं. गौरतलब है कि 2019 में जगनमोहन रेड्डी ने जब पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तभी उन्होंने कह दिया था कि वे कार्यकाल पूरा होने के बीच ही अपनी टीम का फिर गठन करेंगे.
साल 2024 के चुनाव की तैयारी है मकसद
बताते हैं कि जगनमोहन रेड्डी 2024 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के सिलसिले में यह कवायद कर रहे हैं. खुद उन्हीं के शब्दों में, ‘इस तरह से हम सत्ता-विरोधी रुझान को मात देने और सभी को काम करने का एक अवसर दे रहे हैं.’ गौरतलब है कि जगनमोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) सत्ता के विकेंद्रीकरण के लिए भी लगातार कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने अभी सोमवार, 4 अप्रैल को ही एक साथ 13 नए जिलों का गठन किया है. उसी दिन वहां कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक भी नियुक्त कर दिए गए हैं. इसके बाद आंध्र प्रदेश में जिलों की संख्या बढ़कर 26 हो चुकी है.