कोरोना के जिस नए वेरिएंट एक्स ई XE ने चीन में तहलका मचाया हुआ है और जिसकी वजह से चीन ने शंघाई में 2.6 करोड़ से ज्यादा लोगों को घरों में कैद कर दिया है, उस वेरिएंट की दस्तक भारत में भी हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक एक्सई वेरिएंट का पहला केस मुंबई में पाया गया है. इसके अलावा डेल्टाक्रोन को लेकर भी पिछले कुछ दिनों से चिंता जाहिर की जा रही है. डेल्टाक्रोन ओमिक्रॉन और डेल्टा वन से मिलकर बना है. ये दोनों वेरिएंट बहुत तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहे हैं. ये दोनों वेरिएंट चीन और यूरोपीय देशों में फिर से कहर मचाया हुआ है. पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या भारत में भी इस वेरिएंट का असर होगा? पिछले तीन महीने से लगातार देश में कोरोना के मामले में कमी आ रहे हैं. ऐसे में अगर ये वायरस तेजी से फैलते हैं तो देश दोबारा पटरी से उतर सकता है. तो आइए जानते हैं इस वायरस के बारे में सब कुछ…
अब तक एक्सई वेरिएंट के बारे में हम कितना जानते हैं?
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक्सई वेरिएंट ओमिक्रॉन के बीए.1 और बीए.2 का मिलाजुला रूप है. इसे वैज्ञानिक भाषा में हाइब्रिड ऑफ टू सबलीनिएज कहा जा सकता है. अभी इस वेरिएंट के बारे में जानकारी कम है. इसलिए जब तक इस वेरिएंट से संक्रमण की दर, इसकी गंभीरता और इसके चरित्र के बारे में पता नहीं चल जाता है तब तक इसे ओमिक्रॉन का रूप मानकर ही इलाज किया जा सकता है.
सबसे पहले कहां मिला यह वेरिएंट?
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक सबसे पहले इस वेरिएंट से संबंधित पहला मामला 19 जनवरी को ब्रिटेन में मिला.
वर्तमान में कहां-कहां इस वेरिएंट का प्रकोप हैं?
भारत में पहला केस आ चुका है. 50 वर्षीय एक महिला में यह केस मिला है. महिला को कोई बीमारी नहीं है और न ही उसमें कोई लक्षण दिखा. वह 10 फरवरी को सउदी अरब से लौटी थीं. फिलहाल एक्सई के केस ब्रिटेन, थाईलैंड, न्यूजीलैंड में मिले हैं.
कितना तेजी से यह फैलता है?
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना वायरस के जितने भी वेरिएंट आए हैं, उनमें यह वेरिएंट बहुत तेजी से लोगों को संक्रमित करता है. शुरुआती आंकड़ों के आधार पर पाया गया कि बीए 2 के मुकाबले यह वेरिएंट सामुदायिक स्तर पर 10 गुना तेजी से फैलता है.