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JMB आतंकवादियों का तालिबान से कनेक्शन, बांग्लादेश के इशारे पर कर रहे थे काम

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दो दिन पहले राजधानी भोपाल में पकड़े गए जमात ए मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के आतंकवादियों के बारे में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इनका तालिबान से कनेक्शन है. ये लोग अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे और युवाओं को भड़का कर स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे. ये आतंकवादी बांग्लादेश में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर काम कर रहे थे और इनका नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है.

आतंकवादियों से पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. मध्य प्रदेश के बाद अब यूपी में भी इस संगठन से जुड़े आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है. यूपी एटीएस ने साजिश में शामिल एक आरोपी इनामुलहक को सहारनपुर से गिरफ्तार किया. ये आतंकवादी फेसबुक, यूट्यूब के जरिए जेहाद से जुड़े वीडियो प्रसारित कर रहा था. वह ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाने वाला था. वो पाकिस्तान, बांग्लादेश अफगानिस्तान के व्हाट्सएप ग्रुप पर सक्रिय था. इस आतंकवादी के सहयोगी मोहम्मद फुरकान अली और नबील खान को भी गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड, मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड मिले हैं.

16 से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ
आतंकवादियों से पूछताछ में अभी पता चला है कि इन्होंने यूपी के सहारनपुर से फर्जी फर्जी वोटर आईडी, आधार कार्ड तैयार कराए थे. अभी भी भोपाल में 16 से ज्यादा संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है. वहीं चार आतंकियों के साथ करोंद से पकड़े गए दो संदिग्ध युवकों की भी एटीएस जल्द ही गिरफ्तारी शो कर सकती है.

बांग्लादेश में है आतंक का हैडक्वाटर
स्टेट की खुफिया एजेंसियों ने सेंट्रल एजेंसियों से जानकारी को साझा किया है. यूपी के बाद दूसरे राज्यों में भी इंटेलिजेंस इनपुट साझा करते हुए इस संगठन से जुड़े बाकी आतंकवादियों की तलाश की जा रही है. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वो सभी बांग्लादेश में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर युवाओं को जोड़ रहे थे. इसलिए उन्होंने मध्यप्रदेश के साथ दूसरे राज्यों में रिमोट में स्लीपर सेल तैयार की है. इनका हेड ऑफिस बांग्लादेश में है. वहां बैठे टॉप लेवल आतंकी सीधे अपने स्लीपर सेल से बात करते थे. पकड़े गए आतंकवादी आलिम (धार्मिक शिक्षा) की पढ़ाई करने के बहाने भोपाल आए थे. आरोपी धार्मिक पढ़ाई करने के बहाने जिहादी लिटरेचर युवाओं में बांट रहे थे.

स्टूडेंट ब्रांच को कर रहे थे मजबूत
भोपाल में पकड़े गए आतंकवादी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जेएमबी की स्टूडेंट ब्रांच इस्लामी छात्र शिविर (ICS) को मजबूत कर रहे थे. यह सभी पूर्णकालिक और अंशकालिक सदस्य बना रहे थे. संगठन में शामिल होने वाले पूर्णकालिकों को एहसार कहा जाता है, जबकि अल्पकानिक सदस्यों को गायेरी एहसार कहा जाता था. जिहादी पर्चे के माध्यम से संगठन की विचारधारा का प्रचार-प्रसार करते हैं और ऐसे लोगों को तैयार करते हैं जो उनके लिए कुछ भी कर सकें.

युवाओं का ब्रेनवॉश, तालिबानी कनेक्शन
भोपाल से पकड़े गए आतंकियों का तालिबानी कनेक्शन भी सामने आया है. पूछताछ में इस बात का भी पता चला है कि आतंकवादी तालिबान को फॉलो करते थे. उनकी विचारधारा से प्रभावित थे. वो जिहादी साहित्य के जरिए ही युवाओं का ब्रेनवॉश कर आतंकी गतिविधियों में शामिल कर रहे थे.

अवैध रूप से इंडिया में दाखिल हुए
भोपाल में पकड़े गए चार में से तीन आतंकवादी बांग्लादेश के रहने वाले हैं. यह तीनों अवैध रूप से बिना दस्तावेजों के भारत में दाखिल हुए थे. इन्होंने दलालों को इसके लिए मोटी रकम दी थी. एटीएस बांग्लादेश की एजेंसियों से इस बारे में जानकारी जुटा रही है. वहीं उन प्रिंटिंग प्रेस पर भी कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने जेहादी साहित्य छापा है.

2019 में इंदौर से हुई थी गिरफ्तारी
बर्धमान बम धमाकों का दोषी आतंकी जहिरउद्दीन शेख इंदौर के आजाद नगर की कोहिनूर कॉलोनी से 2019 में गिरफ्तार किया जा चुका था. वह पेंटर बनकर छुपा हुआ था. जहिरउद्दीन को गिरफ्तार कर पश्चिम बंगाल ले जाया गया था. उससे पहले जेएमबी का कभी कोई आतंकी मप्र में नहीं पकड़ा गया था.

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