यूक्रेन में रूस की तबाही जारी है. रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन में मौजूद यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट (Zaporizhzhia) पर भी हमला किया. Zaporizhzhya परमाणु प्लांट पर अब रूसी सेना का कब्जा हो गया है. इससे पहले रूसी सेना ने इसपर बमबारी की थी, जिसके बाद प्लांट के परिसर की बिल्डिंग में धुआं निकल रहा था, जिससे रेडिएशन फैलने का डर सताने लगा था. हालांकि, बाद में आग पर काबू पा लिया गया. इस पावर प्लांट में धुंआ निकलने को लेकर अमेरिका, ब्रिटेन आदि ने चिंता जाहिर की थी.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि अगर न्यूक्लियर पावर प्लांट में विस्फोट हुआ तो पूरा यूरोप खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि न्यूक्लियर पावर स्टेशन पर तबाही से यूरोप का खात्मा न होने दें.
Zaporizhzhia परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 6 रिएक्टर हैं, जो पूरे यूरोप में सबसे बड़ा और पृथ्वी पर 9वां सबसे बड़ा रिएक्टर माना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने इस पर मोर्टार और आरपीजी से हमला किया. जिससे प्लांट के कुछ हिस्सों में आग लग गई थी. AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसियों ने फायर ब्रिगेड टीम पर भी फायरिंग की है.
इससे पहले यूक्रेनियन मिलिट्री एक्सपर्ट अन्ना कोवालेंको के मुताबिक चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र (Chernobyl Nuclear Plant) पर रूसी सैनिकों ने 24 फरवरी 2022 को कब्जा कर लिया था. रूसी सैनिकों ने रेडिएशन मॉनिटरिंग स्टेशन पर मौजूद कर्मचारियों को बंधक बना लिया. ये कर्मचारी मॉनिटरिंग स्टेशन पर रेडिएशन का स्तर देखते रहते हैं. साथ ही उन्हें रेडिएशन को सुरक्षित स्तर पर रखने की जिम्मेदारी भी दी गई है.
यह प्लांट यूक्रेन के इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन लगभग 25% बनाता है. ऐसे में इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने ट्वीट में बताया- ‘IAEA यूक्रेनी अधिकारियों के संपर्क में है और जपोरिजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हो रही गोलाबारी से वाकिफ है. IAEA के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने यूक्रेन के प्रधान मंत्री डेनिस श्मायगल और यूक्रेनी न्यूक्लियर रेग्युलेटर और ऑपरेटर के साथ बात की. उन्होंने फोर्सेस को रोकने की अपील की है. उन्होंने रिएक्टरों के ब्लास्ट से गंभीर खतरे की चेतावनी दी है.’