दिल्ली-नोएडा (Delhi-Noida) से होते हुए ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद (Ghaziabad) की ओर जाने वाले सावधान हो जाएं. एक जरा सी चूक के चलते आप घंटों ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) में फंस सकते हैं. पर्थला गोलचक्कर और हिंडन नदी पर एक साथ चल रहे काम के चलते यहां जाम के हालात रहते हैं. खासतौर पर सुबह-शाम ऑफिस के चलते तो 4 किमी का सफर एक घंटे में पूरा हो रहा है. आने-जाने वाले वाहन चालकों में नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने एक साथ दोनों काम शुरू करा दिए हैं, लेकिन पूरा एक भी नहीं हुआ है.
अभी ऐसे चल रहा है पर्थला गोलचक्कर का ट्रैफिक
अगर आप दिल्ली या नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद की ओर जाना चाहते हैं तो नोएडा सेक्टर 72 से सीधे किसान चौक की ओर जाने के लिए पर्थला गोलचक्कर पर यूटर्न लेकर गोलचक्कर लगाना होगा. अगर कोई वाहन चालक सेक्टर-72 से किसान चौक जाना चाहता है तो अब पर्थला गोलचक्कर पहुंचने के बाद एफएनजी रास्ते पर छिजारसी की ओर मुड़ना होगा. कुछ दूर जाकर वहां बने यू-टर्न से मुड़कर फिर से पर्थला गोलचक्कर आना होगा. यहां से किसान चौक की ओर मुख्य रास्ते से न जाकर करीब 100 मीटर दूर जाकर सर्विस रोड से जाना होगा. इस तरह से वाहन चालकों को करीब आधा किमी का रास्ता ज्यादा नापना होगा.
नोएडा का सिग्नेचर ब्रिज बनाने का चल रहा है काम
ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए पर्थला गोलचक्कर पर फ्लाई ओवर बनाने का काम चल रहा है. इस फ्लाई ओवर को नोएडा का सिग्नेचर ब्रिज भी कहा जा रहा है. नोएडा अथॉरिटी के अफसरों का कहना है कि 600 मीटर लम्बा यह फ्लाई ओवर तीन पिलर पर टिका होगा. क्योंकि सिग्नेचर ब्रिज की तरह ऊपर से यह 250 तारों पर टिका होगा.
यह 6 लेन का फ्लाई ओवर है. पिलर बनाने का काम तेजी से चल रहा है. इसकी लागत करीब 80 करोड़ रुपये बताई जा रही है. काम में कोई ढिलाई न बरती जाए और अक्टूबर में फ्लाई ओवर शुरु हो जाए इसके लिए नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
एफनजी रोड सेक्टर 71 से किसान चौक पर मिलेगी राहत
अथॉरिटी के अफसरों का कहना है कि नोएडा के एक दर्जन से ज़्यादा सेक्टर और ग्रेटर नोएडा को इस फ्लाई ओवर का बड़ा फायदा मिलेगा. वहीं दिल्ली से गाज़ियाबाद, हापुड़ जाने वाले भी एक लम्बे ट्रैफिक जाम से बचेंगे. जानकारों की मानें तो पर्थला गोलचक्कर पर एफनजी रोड सेक्टर 71 से किसान चौक की तरफ जाने वाली सड़क पर अक्सर जाम के से हालात रहते हैं. सुबह-शाम ऑफिस के वक्त एक लम्बा जाम लगना आम बात है. 10 मिनट का सफर 30 से 45 मिनट का हो जाता है.