देश के दो बैंकों ने आज यानी 1 मार्च 2022 से अपना आईएफएससी कोड बदल (New IFSC Code) दिया है. अब इन बैंकों के ग्राहकों को कोई भी लेनदेन करने के लिए नया आईएफएससी कोड डालना होगा. बता दें कि लक्ष्मी विलास बैंक (Laxmi Vilas Bank) के ग्राहकों के लिए ये खबर बेहद काम की है. बैंक ने 28 फरवरी को अपने IFSC और MICR कोड बदल दिए हैं.
डिजिटल बैंकिंग के लिए ग्राहकों को अनिवार्य रूप से IFSC code की जरूरत पड़ती है. बिना इसके ग्राहक अपने खाते से न तो NEFT/RTGS/IMPS के जरिये पैसे भेज सकते हैं और न ही रिसीव कर सकते हैं. वैसे तो बैंक ने नए कोड 25 अक्टूबर, 2021 से ही एक्टीवेट कर दिए हैं, लेकिन 28 फरवरी से पुराने कोड का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर दिया गया है. ग्राहकों को अब 1 मार्च से भुगतान के लिए नया कोड इस्तेमाल करना होगा.
इसलिए बदला IFSC code
लक्ष्मी विलास बैंक का नवंबर 2020 में DBS बैंक (DBS Bank) के साथ विलय (Merger) किया गया था. विलय के बाद लक्ष्मी विलास बैंक की सभी शाखाओं के IFSC और MICR कोड बदल गए हैं. 1 मार्च से बैंक के ग्राहकों को NEFT/RTGS/IMPS के लिए नए DBS IFSC कोड का इस्तेमाल करना होगा. बैंक ने ग्राहकों को इस बदलाव की सूचना ईमेल और एसएमएस के साथ ब्राचों पर व्यक्तिगत तौर पर भी दे दी है.
ग्राहकों को ये बदलाव करना जरूरी
28 फरवरी 2022 के बाद ग्राहकों को अपने थर्ड पार्टी को जारी किए गए सभी पुराने चेक को नए कोड वाले चेक से बदल देना चाहिए. 28 फरवरी के बाद पुराने MICR कोड के साथ जारी किए गए चेक रिजेक्ट हो जाएंगे. ग्राहकों को 1 नवंबर 2021 से ही नई चेक बुक उपलब्ध करा दी गई है. ग्राहक चाहें तो 1860 267 4567 नंबर पर फोन करके या इंटरनेट/ मोबाइल बैंकिंग चैनलों के जरिये नई चेक बुक के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
इन बातों का भी रखें ध्यान
जिन ग्राहकों को नए अकाउंट नंबर या IFSC कोड मिले हैं, वे अलग-अलग थर्ड पार्टी संस्थाओं के साथ अपनी जानकारी को अपडेट करा दें. ग्राहकों को कई जगहों पर अनिवार्य रूप से IFSC कोड अपडेट करना होगा. इनमें इनकम टैक्स, इंश्योरेंस कंपनियां, म्यूचुअल फंड, नेशनल पेंशन सिस्टम और डीमैट अकाउंट्स शामिल हैं.