यूक्रेन को लेकर रूस और अमेरिका के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. ऐसे हालात बन गए हैं कि कभी भी युद्ध हो सकता है. इस बीच अमेरिकी सेना (US Army) के लेफ्टिनेंट जनरल एरिक कुरिला (Top US General Erik Kurilla) ने मंगलवार को सांसदों को आगाह किया कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला (Russia Ukraine Conflict) करता है, तो इससे सीरिया सहित पश्चिम एशिया में व्यापक अस्थिरता पैदा होने की आशंका है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि ईरान, अमेरिका और इस क्षेत्र में सहयोगियों के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है.
कुरिल्ला ने पश्चिम एशिया में शीर्ष अमेरिकी कमांडर के पद के लिए सीनेट में सुनवाई के दौरान सदन की सशस्त्र सेवा समिति से कहा कि चीन, मध्य कमान क्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ा रहा है और वहां किए जाने वाले खर्च का विस्तार कर रहा है. इस क्षेत्र में वे देश भी शामिल हैं, जिनकी अमेरिका को अफगानिस्तान (US Afghanistan Issue) में चरमपंथी गतिविधियों पर खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए आवश्यकता है.
कुरिल्ला कहा, ‘अमेरिका, चीन और रूस के साथ रणनीतिक प्रतिस्पर्धा के एक नए युग का सामना कर रहा है जो एक भौगोलिक क्षेत्र तक सीमित नहीं है और मध्य कमान क्षेत्र में फैली हुई है. अमेरिका चीन के साथ प्रतिस्पर्धा को प्राथमिकता देता है, जो सही फैसला है, लेकिन हमें पश्चिम एशिया और मध्य एवं दक्षिण एशिया में भी सक्रिय रहना चाहिए.’
कुरिल्ला का समिति ने स्वागत किया
इराक और अफगानिस्तान युद्धों में व्यापक अनुभव रखने वाले कुरिल्ला का समिति ने स्वागत किया और कहा कि इस पद के लिए उनके नाम की पुष्टि होने की संभावना है. कुरिल्ला ने यह बात ऐसे वक्त पर कही है, जब यूक्रेन संकट का निपटारा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कवायद तेज हो गई है. इस कोशिश के तहत फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मॉस्को जाकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है. उनके साथ चर्चा करने के कुछ घंटों बाद मैक्रों ने कीव जाकर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के साथ मुलाकात की है.
2014 में क्रीमिया पर किया कब्जा
यूक्रेन और रूस के बीच विवाद वैसे तो 2014 के बाद से बना हुआ है. जब रूस ने हमला कर यूक्रेन का हिस्सा रहे क्रीमिया को अपने कब्जे में ले लिया था. लेकिन हालात बीते साल से अधिक तनावपूर्ण हो गए. क्योंकि रूस ने यूक्रेन से लगने वाली सीमा के पास एक लाख से अधिक सैनिकों की तैनाती की है. सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि इन सैनिकों के पास घातक हथियार भी हैं. अमेरिका दो बार चेतावनी दे चुका है कि रूस यूक्रेन पर किसी भी दिन हमला कर सकता है. जबकि रूस ने हमले की बात से इनकार किया है.