यूक्रेन के साथ बढ़ते तनाव के बीच चीन ने शुक्रवार को रूस से सहमति जताते हुए नाटो (NATO) के विस्तार का विरोध किया. वहीं मास्को ने परोक्ष रूप से क्वाड (QUAD) पर आपत्ति जताते हुए एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उसके संगठन बनाने के बीजिंग के विरोध का समर्थन किया. बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने अपने रुसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ शिखर बैठक. इस दौरान दोनों के बीच यूक्रेन समेत कई मसलों को लेकर बातचीत की और संयुक्त बयान जारी किया. दोनों देशों ने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के विरुद्ध गठबंधन को मजबूत करने पर जोर दिया.
चीन ने भी किया NATO के विस्तार का विरोध
यूक्रेन के मुद्दे पर अमेरिका और रूस के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है लेकिन इस बीच चीन ने रूस का साथ दिया है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ खुद को मजबूत करने पर जोर दिया है. साथ ही NATO के विस्तार योजना का विरोध करते हुए चीन ने रूस के साथ सुर में सुर मिलाया है.
बता दें कि अमेरिका ने चीन और रूस के बीच बढ़ती दोस्ती को लेकर भी आक्रामक रूख अख्तियार किया है. अमेरिका (America) का मानना है कि चीन (China) और रूस (Russia) के बीच दोस्ती यूक्रेन (Ukraine) पर आक्रमण के बाद के अंजाम की भरपाई नहीं कर पाएंगे. अगर यूक्रेन पर हमला किया गया तो रूस को उसका दोस्त चीन भी नहीं बचा पाएगा. इससे रूस की अर्थव्यवस्था और अधिक तबाह होगी.
चेतावनी के बावजूद यूक्रेन सीमा के पास तैनात हैं रूसी सैनिक
अमेरिकी विदेश विभाग ने गुरुवार को रूस को चेतावनी दी थी कि रूस और चीन के बीच घनिष्ठ संबंध यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के परिणामों की भरपाई करने के लिए तैयार नहीं होंगे और इससे रूस की अर्थव्यवस्था तबाह हो सकती है. अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश यूक्रेन पर हमले की स्थिति में रूस को गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दे चुके हैं. कई बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी यूक्रेन की सीमा पर हजारों की संख्या में रूसी सैनिक हथियारों के साथ तैनात हैं. हालांकि रूस इस बात से इनकार करता रहा है कि उनकी यूक्रेन पर आक्रमण करने की कोई योजना है.