केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वर्ष 2022-23 (Budget 2022 -23) के लिए लोकसभा में आम बजट पेश किया. इस पर पूरे देश से प्रतिक्रिया आ रही हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे नये भारत के निर्माण का बजट बताया. वहीं कमलनाथ ने इसे निराशाजनक और आम आदमी के छलावे वाला बजट बताया.
लोकसभा में के आज पेश बजट को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रतिक्रिया सामने आई है. मुख्यमंत्री ने इसे नए भारत के निर्माण का बजट बताया है. मुख्यमंत्री ने कहा आज पेश हुए बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बधाई के पात्र हैं. मैं माननीय प्रधानमंत्री जी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं कि कि यह नए भारत के निर्माण का बजट है.
समृद्ध, शक्तिशाली और विकसित भारत का बजट
मुख्यमंत्री ने कहा देश का बजट समृद्ध, शक्तिशाली और विकसित भारत के निर्माण का बजट है. अधोसंरचना विकास के लिए, 35% से ज्यादा राशि बजट में बढ़ाई गई है. इससे अधोसंरचना के विकास के साथ साथ रोजगार के नये अवसर सामने आएंगे. राज्यों को भी ज्यादा धनराशि उपलब्ध कराने के अवसर दिए गए हैं. यह ज्यादा धन राशि अधोसंरचना के विकास में लगेगी तो रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
केन-बेतवा सौगात
शिवराज सिंह ने कहा – आज बजट में मध्य प्रदेश को बड़ी सौगात मिली है. नदी जोड़ो परियोजना के अंतर्गत कैन और बेतवा को जोड़ने पर 44 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की जाएगी. इससे हमारा बुंदेलखंड बदल जाएगा. यह किसानों की आय दुगना करने का बजट है. खेती को टेक्नोलॉजी से जोड़ा है. हाई टेक बना कर कैसे टेक्नोलॉजी का लाभ किसानों को मिले इसका मार्ग सशक्त किया गया है. प्राकृतिक खेती लोगों के स्वास्थ्य को भी उत्तम बनाएगी.
आम आदमी का बजट
सीएम ने कहा यह आम आदमी का बजट है जिसमे गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के परिवार की जिंदगी में खुशहाली लाने का प्रयास किया गया है. बजट में नई शिक्षा नीति को जमीन पर लागू करने के लिए पर्याप्त प्रावधान किया गया है. कोविड काल के बाद देश का हेल्थ इंफ्रास्ट्रेक्चर बेहतर बनाने के लिए पर्याप्त प्रावधान किया गया है. ये महिला सशक्तिकरण, युवाओं को रोजगार, गरीब और किसान के कल्याण और एक शक्तिशाली भारत के निर्माण का बजट है.
आम आदमी के साथ छलावा
कांग्रेस ने आम बजट को पूरी तरह से निराशाजनक बताया. पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा – आज पेश आम बजट महज़ आंकड़ों की बाजीगरी से भरा और एक बार फिर झूठे सपने दिखाने वाला साबित हुआ है. इस बजट में किसी भी वर्ग के लिए कुछ नहीं है. आमजन इनकम टैक्स स्लैब में छूट बढ़ाने की मांग बड़े लंबे समय से कर रहे थे लेकिन कोई राहत नहीं मिली. 7 वर्ष बाद बाद भी अगले 25 वर्ष के झूठे सपने दिखाए जा रहे हैं. किसानों, युवाओं, महिलाओं, नौकरीपेशा, मध्यम वर्ग किसी के लिए इस बजट में कुछ नहीं है. यह बजट किसान, युवा और आमजन विरोधी है. जो थोड़ी बहुत घोषणाएं बजट में की गई हैं वो आगामी पांच राज्यों के चुना को देखते हुए ही की गयी हैं.