हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में भारतीय पासपोर्ट 7 पायदान चढ़कर 83वें स्थान पर पहुंच गया है. सिंगापुर और जापान संयुक्त रूप से इस रैकिंग में पहले स्थान पर है. रैकिंग में सुधार होने से भारतीय पासपोर्ट धारक अब 59 देशों में बिना वीजा लिये यात्रा कर सकते हैं. रैकिंग में पाकिस्तान की हालत सोमालिया और यमन से भी खस्ता है.
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में भारतीय पासपोर्ट की रैकिंग (Indian Passport Ranking) में सुधार हुआ है. सात रैंक चढ़कर अब यह 83वें स्थान पर आ गया है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स (Henley Passport Index) इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के द्वारा जारी किए जाने वाले आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की रैंकिंग का सूची बनाता है.
किसी भी देश के पासपोर्ट की ताकत इस बात पर आधारित होती है कि उस देश के पासपोर्ट से कितने देशों में बिना वीजा के यात्रा की जा सकती है. अब भारत के पासपोर्ट से 59 देशों में बिना वीजा के यात्रा की जा सकती है. दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की रैंकिंग में सिंगापुर और जापान संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं. इन दोनों ही देशों के पासपोर्ट से दुनिया के कुल 192 देशों में बिना वीजा के जाया जा सकता है.
यहां जाइये बिना वीजा
59 देशों में वीजा फ्री यात्रा (visa free travel) का मतलब है कि उन देशों में आप केवल इंडियन पासपोर्ट के सहारे जा सकते हैं, वहां घूम सकते हैं, रह सकते हैं. लेकिन इसकी एक समयसीमा निर्धारित है कि कहां आपको कितने दिनों तक रहने की अनुमति होगी. जिन देशों में बिना वीजा जा सकता है उनमें नेपाल, भूटान, मालदीव, फिजी, इंडोनेशिया, कतर, फिलिस्तीन, मकाऊ, बारबाडोस, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स, डोमिनिका, अल साल्वाडोर, जमैका, उत्तरी साइप्रस, सेनेगल, सर्बिया, त्रिनिदार एवं टोबैगो, ट्यूनिशिया और तुर्क व कैकोस द्वीप समूह जैसे देशों के अलावा और भी कई देश शामिल हैं.
2006 से होती है पासपोर्ट्स की रैंकिंग
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स साल 2006 से हर साल पासपोर्ट को लेकर रैंकिंग जारी करता है, जिससे पता चलता है कि, किस देश का पासपोर्ट दुनिया में सबसे ज्यादा स्वतंत्र है। हालांकि, पिछले 16 साल के दरम्यां पिछले 2 सालों से कोविड महामारी की वजह से पासपोर्ट रैंकिंग और भी ज्यादा जरूरी हो गई है. पासपोर्ट की रैकिंग में कोविड महामारी की वजह से लगाए जा रहे प्रतिबंधों को शामिल नहीं किया गया है.