भारत में तेजी से फैलने वाले कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Covid-19 Omicron Variant) के मामले तीव्र गति से बढ़ सकते हैं. हालांकि कोविड उपयुक्त व्यवहार, वैक्सीनेशन इसमें रोक लगाने में मदद कर सकता है. देश के प्रमुख हेल्थ एक्सपर्ट ने यह बात कही. भारत में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन डेढ़ लाख से ज्यादा नए केस सामने आए. देश में पिछले 24 घंटे में 1 लाख 68 हजार 063 नए केस दर्ज किए गए. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में नेशनल टेक्निकल एडवायजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (NTAGI) के चेयरमैन डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि, वायरस की पीक उसके फैलने और समुदाय कितनी मुस्तैदी से कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन कर रहा है इस पर निर्भर करता है. अगर कोविड संबंधी नियमों का उल्लंघन होता है तो पीक तेजी से और काफी ऊंची आ सकती है. वहीं दूसरी ओर, वैक्सीनेशन और प्रशासन की ओर से उठाए गए नाइट और वीकेंड कर्फ्यू जैसे कदम इस उभार को समतल कर सकते हैं.
उन्होंने कहा जैसा कि कानपुर आईआईटी के मॉडल से समझ आता है, ऐसा प्रतीत होता है कि वायरस बहुत सक्रिय रूप से फैल रहा है और हम जल्द ही पीक पर पहुंच सकते हैं. लेकिन इसके कम होने से पहले कई हफ्तों तक चलने की संभावना है. यह पूछे जाने पर कि देश में तेजी से बढ़ रहे कोविड के मामलों के पीछे कौन सा वेरिएंट हो सकता है, इस पर डॉ अरोड़ा ने कहा वायरस के व्यवहार से पता चलता है कि यह लहर ओमिक्रॉन के चलते आई है.
देश में बढ़ रहे ओमिक्रॉन के मामले
उन्होंने कहा “ऐसा लगता है कि देश में आ रहे कोविड-19 के मामले ओमिक्रॉन वेरिएंट के हैं. जीनोमिक सर्विलांस के शुरुआती अनुभव से पता चलता है कि 10 दिन से 2 हफ्ते तक 90 फीसदी वायरस जो दिल्ली, पुणे और मुंबई जैसे बड़े शहरों फैल रहा है वह ओमिक्रॉन ही है. इसके व्यवहार, बीमारी के हल्के लक्षण, परिवार में संक्रमित होने वाले सभी लोग आदि से ऐसा लगता है कि ये तेजी ओमिक्रॉन के चलते आई है.”
हालांकि, एक्सपर्ट ने कहा कि अप्रैल-मई 2021 में देश में विनाशकारी दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा वेरिएंट अभी भी देश के कुछ हिस्सों में पाया जा सकता है जहां डेल्टा महामारी पहले से ही चल रही थी.
उन्होंने कहा “डेल्टा के कुछ मामले उन क्षेत्रों में भी होंगे जहां डेल्टा महामारी पहले से ही चल रही थी जैसे तमिलनाडु के कुछ जिलों और पूर्वोत्तर राज्यों के क्षेत्रों में. इसलिए इस तरह की स्थिति में, हमें ओमिक्रॉन और इसके प्रबंधन की देखभाल करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए.”
देश में कोविड-19 से हुई मौतों पर डॉक्टर ने कहा कि अधिकतर मौतें अन्य बीमारी से पीड़ित मरीजों की हुई हैं. अरोड़ा ने कहा कि दैनिक स्तर पर कोविड-19 के चलते हो रही अधिकतर अन्य बीमारी जैसे कि हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक आदि से पीड़ित लोगों की हुई हैं. लेकिन हां, कई मौतें वायरस के चलते भी हुई हैं. लेकिन कुल मिलाकर स्थिति काबू में है.”