भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु (Tamilnadu) के कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हेलीकॉप्टर में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) सवार थे. उनके साथ में स्टाफ और परिवार के सदस्य भी थे. दुर्घटनास्थल पर पहुंचे तमिलनाडु के वन मंत्री रामचंद्रन के मुताबिक कम से कम 14 लोग हेलिकॉप्टर में सवार थे. इनमें से 5 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सात लोगों को बचाया गया है. 2 की हालत बेहद गंभीर है. वहीं, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में सवार सभी घायलों को दुर्घटनास्थल से निकाल लिया गया है. जनरल रावत की हालत के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं है. वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
इस मसले पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह संसद में बयान देंगे. साथ ही यह भी जानकारी आ रही है कि रक्षामंत्री कोयंबटूर भी जाएंगे. पूरे घटनाक्रम पर रक्षामंत्री ने प्रधानमंत्री को जानकारी दी है और कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है. सूत्रों के मुताबिक दुर्घटनास्थल से बरामद शवों को तमिलनाडु के वैलिंगटन स्थित सैन्य अस्पताल ले जाया गया है. जानकारी के अनुसार कुन्नूर के घने जंगल क्षेत्र में फायर ब्रिगेड मौके पर है और बचाव अभियान चलाया जा रहा है
कहां और क्यों जा रहे थे सीडीएस बिपिन रावत?
दरअसल सीडीएस रावत तमिलनाडु स्थित वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे. जानकारी के मुताबिक सीडीएस बिपिन रावत का स्टाफ कॉलेज वैंलिगटन में 2:45 बजे एक लेक्चर था. वह दिल्ली से सूलूर फिक्स्ड विंग से गए थे. सूलूर से वैलिंगटन की दूरी 53 किलोमीटर थी.
कहां और क्यों जा रहे थे सीडीएस बिपिन रावत?
दरअसल सीडीएस रावत तमिलनाडु स्थित वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे. जानकारी के मुताबिक सीडीएस बिपिन रावत का स्टाफ कॉलेज वैंलिगटन में 2:45 बजे एक लेक्चर था. वह दिल्ली से सूलूर फिक्स्ड विंग से गए थे. सूलूर से वैलिंगटन की दूरी 53 किलोमीटर थी.