मध्य प्रदेश के उज्जैन के पास बड़नगर में पुलिस महकमे में आरक्षक (Constable) की नौकरी दिलाने के नाम पर युवती से 7 लाख रुपयों की ठगी का मामला सामने आया है. फरियादी युवती के मुताबिक बीते 3 वर्षों से अपनी सरकारी नौकरी के इन्तजार में आरोपी को घर के गहने बेच कर अब तक 7 लाख रुपए से ज्यादा दे चुकी है. पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपी किशोर माली पहले भी ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है, जिसमें उसको सजा भी हो चुकी है. फिलहाल आरोपी को बडनगर पुलिस ने धारा 420 में गिरफ्तार गिरफ्तार किया है.
ग्रामीण एडिशनल एसपी रविंद्र वर्मा ने बताया कि बड़नगर की रहने वाली युवती पायल रिचा पिता महादेव द्वारा शिकायत की गई थी कि मेरे साथ पुलिस कांस्टेबल की नौकरी दिलाने का झांसा देकर किशोर माली निवासी उज्जैन द्वारा 7लाख की ठगी की गई है. युवती ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि 2017 में उसने पुलिस भर्ती परीक्षा दी थी. आरोपी युवती को वंही परीक्षा के दौरान मिला था. इसके बाद से ही आरोपी किशोर माली द्वारा उसे कहा जा रहा था कि तुम्हारे आदेश जल्द ही करवा दूंगा और तुम्हारी नियुक्ति स्पोर्ट्स कोटे से हो जाएगी. ऐसा झांसा देकर आरोपी युवती से बीते 3 सालो में 7 लाख रुपए ठग चुका है.
सात दिनों में ठगी की चौथी वारदात, घटनाएं एक नजर में
उज्जैन ठगी का गढ़ बनता जा रहा है. दरअसल एक हफ्ते में ये ठगी की चौथी वारदात सामने आयी है. बीते सात दिनों में हुई घटनाएं एक नजर में…
18 जून को उज्जैन में बड़ा सायबर ठगी देखने को मिली थी, जिसमे ग्रामीणों से व्हाट्स अप के जरिये 60 करोड़ रुपए ठगने का मामला सामने आया था, जिसमे 50 से अधिक गांव वालों के साथ धोखाधड़ी हुई थी, इसमें 65 लाख तो तीन भाइयों से ही ठग लिए थे. फरियादी ने आरोपी की सूचना देने वालों पर 50 लाख का इनाम रखा था.
18 जून को प्रधानमंत्री कार्यालय का सलाहकार बताकर आईजी और संभागायुक्त के कार्यालय में रोब झाड़ते हुए और ठगी के इरादे से आए बुजुर्ग को पकड़ा था. बुजुर्ग ने अपने आपको केन्द्रीय सतर्कता आयोग का सदस्य भी बताया था.
23 जून को उज्जैन में आयकर आयुक्त बनकर नौकरी दिलाने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ा था. आज 24 जून को फिर इसी तरह की घटना देखने को मिली.