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कहा- 466 टन ऑक्सीजन चाहिए जबकि 265 टन ही मिल रही, ऑक्सीजन-दवाइयों की कमी व्यथित करने वाली; विदेशों से मदद लेकर हेल्प करें

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ केंद्र सरकार से राजस्थान की मदद करने की अपील की है। गहलोत ने सोशल मीडिया पोस्ट करके केंद्र से सहायता की मांग की है। गहलोत ने लिखा है- हमारा प्रयास है कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर कोविड महामारी का मुकाबला करें। ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी बेहद व्यथित करने वाली है। हम केंद्र सरकार से बार-बार निवेदन कर रहे हैं कि अन्य राज्यों और विदेशों से मदद लेकर राजस्थान और अन्य राज्यों की भी सहायता करें।

गहलोत ने लिखा-राजस्थान में लगभग 1 लाख 70 हजार एक्टिव केसेज हैं। मानकों के अनुसार करीब 12% मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। यानी राजस्थान में करीब 20,400 मरीजों को आज ऑक्सीजन की आवश्यकता है। एक्टिव केसेज के आधार पर आज प्रदेश को 466 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है लेकिन फिलहाल सिर्फ 265 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही मिल पा रही है। यानी करीब 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की कमी है।

उन्होंने आगे लिखा- राज्य में संक्रमित केस देश के कुल संक्रमितों का 5% है लेकिन ऑक्सीजन आवंटन केवल 1.6% है। प्रदेश को एक सप्ताह के अंदर ही कुल 550 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। इसलिए केन्द्र सरकार से फिर अनुरोध है कि इमरजेंसी के तौर पर प्रदेश को 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आज ही आवंटित की जाए।

गहलोत ने लिखा- हो सकता है कि केन्द्र सरकार ने बेहतर प्रबंधन के लिए ऑक्सीजन और दवाइयों का कंट्रोल अपने हाथ में लिया हो। लेकिन राज्य यदि एक दूसरे की मदद करना चाहते हैं तो भारत सरकार की देखरेख में उन्हें इसकी छूट दी जाए। हम फिर केन्द्र से निवेदन करते हैं कि राजस्थान की सहायता करें। राजस्थान को केन्द्र सरकार की मदद की दरकार है।

गहलोत ने कल अमित शाह, डोवाल से बात की

गहलोत ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा से फोन पर बातचीत कर राजस्थान में कोविड के हालात की जानकारी दी थी। गहलोत ने राजस्थान के लिए ऑक्सीजन और रेमडेसिविर का कोटा बढ़ाने के साथ सप्लाई तेज करने को भी कहा था।

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