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बांग्लादेश ने चीनी कोविड-19 वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की दी मंजूरी, जताया ये शक

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बांग्लादेश ने चीनी कंपनी सिनोफार्म की कोविड-19 वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. सरकार ने ये कदम रूस की स्पुतनिक-V वैक्सीन को इजाजत देने के दो दिन बाद उठाया. उसे भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड की उपलब्धता पर संदेह था. सरकार ने ये फैसला ऐसे वक्त लिया है जब देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एक दिन में 88 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 11,393 हो गया.

बांग्लादेश ने चीन की कोविड-19 वैक्सीन को दी मंजूरी

ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के महानिदेशक मेजर जनरल महबूब रहमान ने पत्रकारों को बताया कि बांग्लादेश की सरकार ने सिनोफार्म की वैक्सीन के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी जारी की है. चीनी वैक्सीन की खरीदारी दोनों सरकारों के बीच समझौते के तहत की जाएगी. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में सिनोफार्म के निर्माण पर बातचीत की प्रक्रिया भी जारी है. 

स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहले कहा था कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने सरकार को रूसी और चीनी वैक्सीन के इस्तेमाल की इजाजत देने को प्रेरित किया. लेकिन उन्हें विश्व अभी स्वास्थ्य संगठन की तरफ से मंजूरी मिलना बाकी है. हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उम्मीद जताई है कि सिनोफार्म की वैक्सीन पर सप्ताह के अंत तक फैसला ले लिया जाएगा.

सीरम की वैक्सीन कोविशील्ड के विलंब का था डर

रहमान ने कहा, “चीन ने अब तक 0.5 मिलियन डोज गिफ्ट के तौर पर दिया है और उम्मीद है अगले दो सप्ताह तक पहुंच जाएगी. खरीद व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए आधिकारिक रूप से औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है.”

अधिकारियों के मुताबिक, रूस ने स्पुतनिक-V वैक्सीन को बांग्लादेश के साथ उत्पादन करने का प्रस्ताव रखा है, लेकिन प्रस्ताव को अंतिम रूप अभी तक नहीं दिया जा सका है. बांग्लादेश की तीन दवा कंपनियों के पास वैक्सीन उत्पादन की क्षमता है जबकि सह-उत्पादन व्यवस्था तक पहुंचने के लिए पहले ‘रूसी और चीनी आएंगे और प्लांट्स की जांच करेंगे.’

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन की कमी के संदेह में ढाका ने चीन समेत वैक्सीन के अन्य स्रोतों की सख्ती से तलाश शुरू की. बांग्लादेश ने भारतीय-निर्मित वैक्सीन के 30 मिलियन डोज की समझौते के तहत खरीदा की, फरवरी तक उसे दो खेप में 7 मिलियन डोज मिले, जबकि तीसरी खेप जिसकी मार्च तक पहुंचने की उम्मीद थी, अभी तक नहीं मिली है. हालांकि भारत ने बांग्लादेश को गिफ्ट के तौर पर 3.2 मिलियन डोज उपलब्ध कराया है.

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