रेलवे में चल रहे दोहरीकरण कार्य के कारण एक बार फिर से उत्तर पश्चिम रेलवे (North Western Railway) की दो ट्रेनें प्रभावित होने जा रही है. इन दोनों ट्रेनों को आंशिक तौर पर रद्द किया जा रहा है. पश्चिम रेलवे की ओर से रतलाम मण्डल पर निम्बाहेड़ा-निम्बाहेड़ा ‘सी’ केबिन पर दोहरीकरण का काम शुरू किया गया है. इसके चलते रतलाम-उदयपुर सिटी रेल सेवा (Ratlam-Udaipur City Rail Service) 5 फरवरी तक रतलाम के स्थान पर चित्तौड़गढ़ स्टेशन से संचालित होगी. इसी तरह वापसी में उदयपुर सिटी-रतलाम ट्रेन आगामी 5 फरवरी तक उदयपुर सिटी से प्रस्थान करके चित्तौड़गढ़ स्टेशन तक संचालित होगी. यह बदलाव 25 जनवरी से किया गया है.
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार दोहरीकरण के कार्य के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे पर संचालित इस ट्रेन सर्विस को आंशिक तौर पर रद्द किया गया है. दोहरीकरण के कार्य के कारण पूर्व में भी ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द और आंशिक तौर पर रद्द किया जाता रहा है. कार्य पूरा होने के बाद इनका संचालन फिर से पुराने शेड्यूल के अनुसार कर दिया जायेगा.
आंशिक रूप से रद्द की गई ट्रेनें
1. गाड़ी संख्या 19327 रतलाम-उदयपुर सिटी 25 जनवरी से 5 फरवरी 22 तक रतलाम के स्थान पर चित्तौड़गढ़ स्टेशन से संचालित होगी. यह ट्रेन रतलाम-चितौड़गढ़ स्टेशनों के बीच आंशिक रद्द रहेगी.
2. गाड़ी संख्या 19328 उदयपुर सिटी-रतलाम 25 जनवरी से 5 फरवरी 22 तक उदयपुर सिटी से प्रस्थान करेगी. उसके बाद यह चित्तौड़गढ़ स्टेशन तक ही संचालित होगी. यह ट्रेन भी चित्तौड़गढ़-रतलाम स्टेशनों के मध्य आंशिक रद्द रहेगी.
दस दिनों तक जारी रहेगा यह बदलाव
सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण के मुताबिक ये बदलाव 10 दिनों तक जारी रहेगा। दोहरीकरण का काम पूरा होने के बाद दोनो ट्रेनों को बहाल कर दिया जाएगा. इन ट्रेनों में नियमित रूप से सफर करने वाले यात्रियों को हालांकि इससे कुछ परेशानियां होंगी. लेकिन रेलवे का प्रयास है कि तय समय में काम होते ही इन्हें वापस बहाल कर दिया जायेगा.
रेलवे लगातार सुधार के प्रयास कर रहा है
उल्लेखनीय है कि रेलवे लगातार यात्रियों के सफर को सुखद और आरामदायक बनाने के लिये प्रयास कर रहा है. इसके तहत रेलवे के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के साथ ही यात्रियों की सुविधाओं में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है. कोरोना काल में यात्रियों को सफर को सुरक्षित बनाने के लिये नित नये कदम उठाये जा रहे हैं.