बोर्ड परीक्षाएं पुराने पैटर्न पर ही होगी. मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने निर्णय लिया है कि पुराने पैटर्न से ही 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं ली जाएंगी.
एमपी बोर्ड की शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए 10वीं की परीक्षाएं 30 अप्रैल से 15 मई तक चलेगी. 12वीं की परीक्षाएं 01 मई से 18 मई तक चलेंगी. इन परीक्षाओं के लिए फॉर्म भरे जा चुके हैं. अब बोर्ड ने आवेदन में संशोधन की तारीख 20 फरवरी के लिए बढ़ा दी है.
परीक्षाओं के लिए भरे गये नामांकन, परीक्षा आवेदन-पत्र में नाम, जन्मतिथि, फोटो, विषय, माध्यम, लिंग व शुल्क छूट श्रेणी आदि में ऑनलाइन संशोधन 20 फरवरी तक किया जा सकेगा. इसके लिए तिथि व शुल्क तय कर दिया गया है. जानें क्या हैं नियम.
-20 फरवरी तक संशोधन शुल्क 25 रूपये प्रति छात्र है.
-5 मार्च तक 300 रूपये प्रति छात्र तय किया गया है.
-9वीं, 10वीं और 11वीं क्लास के आवेदक के नाम के प्रथम केरेक्टर के संशोधन की अनुमति नहीं होगी.
-कक्षा 9वीं, 10वी, 12वीं में केवल अन्य राज्य या बोर्ड से उत्तीर्ण एवं अनुत्तीर्ण छात्रों को छात्र, पिता, माता के नाम, जन्मतिथि एवं फोटो में से दो से अधिक श्रेणी में संशोधन की अनुमति नहीं होगी.
-कक्षा 12वीं में अन्य राज्य या बोर्ड से उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण छात्रों को छोड़कर शेष छात्रों को नाम, पिता के नाम, माता के नाम से संशोधन की अनुमति नहीं होगी.
-वर्ष 2021 की परीक्षा में परीक्षा केन्द्र पर किसी भी प्रकार का संशोधन माध्यम, विषय परिवर्तन मान्य नहीं किया जायेगा.
बता दें कि इससे पहले भी इससे पहले माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश ने छात्रों को भरे गए ऑनलाइन फॉर्म में सुधार करने का मौका भी दिया था. तब स्टूडेंट्स को 5 फरवरी से आवेदन फॉर्मों में ऑनलाइन संशोधन करने की इजाजत थी. तब भी आवेदन पत्र में नाम, जन्मतिथि, फोटो, विषय, माध्यम, लिंग, शुल्क, छूट, श्रेणी इत्यादि में ऑनलाइन संशोधन करने की इजाजत थी.
इसके अलावा एमपी बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बोर्ड परीक्षाएं पुराने पैटर्न पर ही होगी. मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने निर्णय लिया है कि पुराने पैटर्न से ही 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं ली जाएंगी.