रायपुर, भूपेश बघेल, टी.एस बाबा सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे, जिनमें कांग्रेस आलाकमान और विधायक दल ने सर्वसम्मति से भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री पद के लिए चुन लिया है, भूपेश बघेल ने राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है, ज्ञात हो कुल 90 विधानसभा सीटों में कांग्रेस इस बार 68 विधायकों के साथ पहले स्थान पर रही है, निर्णय उपरांत अब बघेल छत्तीसगढ़ प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे और 17 को पद और गोपनीयता की शपथ रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में शाम 5 बजे लेंगे, भूपेश बघेल मूलतः पाटन (दुर्ग जिला) के निवासी हैं और माटीपुत्र हैं, 23 अगस्त 1961 को जन्में भूपेश बघेल ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत यूथ कांग्रेस से की थी, वर्ष 1990 से 94 तक वे जिला युवक कांग्रेस कमेटी दुर्ग (ग्रामीण) के अध्यक्ष रहे, वे पुर्ववर्ती म.प्र में हाऊसिंग बोर्ड के निदेशक, परिवहन मंत्री भी रहे, वर्ष 2000 में अजित जोगी के मुख्यमंत्री कार्यकाल में वे कैबिनेट मंत्री भी रहे, कांग्रेस की सत्ता वापसी के लिए भूपेश बघेल वर्ष 2014 से संघर्षरत थे, उनकी छवि तेजतर्रार और कड़े प्रशासक के तौर पर भी रही है, विधानसभा से सड़क तक कई आंदोलनों के माध्यम से वे किसानों के और अन्य मुद्दे उठाते रहे, सत्ता के लिए कड़ा संघर्ष कर भूपेश बघेल ने अपना कद बढाया और एक सामान्य किसान परिवार से स्वयं को मुख्यमंत्री तक पहुँचाने का व्यक्तित्व हाँसिल किया।