नईदिल्ली, “गज” तूफान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-उत्तर में बढ़ रहा है। अक्षांश 12.8 डिग्री उत्तर और देशांतर 84.8 डिग्री पूर्व पर पिछले 6 घंटे के दौरान उसकी गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा रही है। वह 14 नवम्बर 2018 को 11:30 बजे सुबह वह दक्षिण-पूर्व और पश्चिम-मध्य एवं दक्षिण बंगाल की खाड़ी पर मौजूद रहा है, चेन्नई से लगभग 490 किलोमीटर पूर्व तथा नागपट्टिनम(तमिलनाडु) से लगभग 580 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है। आशंका है कि वह पश्चिम-दक्षिण पश्चिम दिशा में बढ़ेगा और अगले 12 घंटों में वह खतरनाक स्थिाति में पहुंच सकता है। पश्चिम-दक्षिण पश्चिबम दिशा में बढ़ते हुए 15 नवंबर को उसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है। इसी दौरान शाम तक वह पम्बन तथा कुडालोर के बीच तमिलनाडु के तट को पार कर जाएगा। तूफानी हवाएं 80.90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी और उनकी रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है। तमिलनाडुए पुद्दुचेरी और रायलसीमा के कई स्थान में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। यह आशंका है कि तमिलनाडु के नागपट्टिनम तंजावुर पुदुक्कोटई और रामनाथपुरम जिलों तथा पुद्दुचेरी के कराइकल जिले में एक मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं और यहां के निचले इलाकों में ज्वार आने की संभावना है, मछुआरों को सलाह दी गई है कि 14 नवंबर को वे दक्षिण एवं मध्यल बंगाल की खाड़ी में समुद्र में न जाएं, मछुआरों को 15 नवंबर को दक्षिण-पश्चिम एवं पड़ोसी पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, जो मछुआरे इस समय गहरे समुद्र में हैं, उन्हें तटों पर वापस लौटने की सलाह दी जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों के अन्य लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।