बीजापुर(छ.ग.) 14-4/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के प्रथम चरण प्रारंभ छत्तीसगढ़ के सघन जंगल के बीच बसे आदिवासी क्षेत्र बीजापुर जिले के ग्राम जंगला से की। प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम इस दृष्टी से भी महत्वपूर्ण रहा कि धुर नक्सल प्रभावित बस्तर के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा, स्वास्थ्य की पहुँच का महत्व दर्शाता है, आयुष्मान भारत योजना के प्रथम चरण में पूरे देश के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राष्ट्रीय शुभारंभ करते हुए विशाल जनसभा को संबोधित करते प्रधानमत्री ने इस आशय से विचार रखे कि आयुष्मान भारत योजना के प्रथम चरण में देश के लगभग डेढ़ लाख बड़े गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा, लक्ष्य बीमारियों के इलाज से पहले बीमारी को रोकने का होगा, इन केन्द्रों में इसके लिए आवश्यक सेवाएं दी जाएंगी। स्वास्थ्य जांच भी इन केन्द्रों में मुफ्त में करने का भरसक प्रयास किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मधुमेह, रक्तचाप और कैंसर जैसी बीमारियों के परीक्षण की सुविधाएं दी जाएंगी, इस योजना के तहत हमारा अगला लक्ष्य 50 करोड़ लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए सालाना पांच लाख रूपए तक स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा देने का होगा, श्री मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना गरीबों, पीड़ितों, वंचितों, महिलाओं और आदिवासियों को ताकत देगी। श्री मोदी ने यह भी बताया कि केन्द्र सरकार ने देश के 500 से ज्यादा अस्पतालों को किडनी के मरीजों के लिए डायलिसिस उपकरणों से सुसज्जित किया है। लगभग ढाई लाख मरीज इसका लाभ उठा चुके हैं। उनके डायलिसिस के 25 लाख सेशन हो चुके हैं, समारोह की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगतप्रकाश नड्डा ने आयुष्मान भारत योजना को स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से देश की तस्वीर बदलने वाली योजना बताया। श्री मोदी ने इस प्रवास में अंचल में इंटरनेट सुविधाओं के विस्तार के लिए बस्तर नेट परियोजना के प्रथम चरण का भी शुभारंभ किया, जिसमें लगभग 400 किलोमीटर के ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिये दूर-दराज के गांवों तक इंटरनेट कनेक्टिविटी दी जा सकेगी। श्री मोदी ने इसके अलावा वहां जांगला के कार्यक्रम में बीजापुर और भैरमगढ़ के लिए पेयजल आपूर्ति योजना का भूमिपूजन किया। उन्होंने नक्सल पीड़ित क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाली 1998 किलोमीटर सड़कों और पुलों के निर्माण के लिए भी भूमिपूजन करते हुए इन्द्रावती और मिंगाचल नदियों में बनने वाले उच्च स्तरीय पुलों का भी शिलान्यास किया। श्री मोदी ने जांगला में विकास केन्द्र के शुभारंभ का उल्लेख करते हुए कहा कि लोगों को पंचायत, राशन दुकान, अस्पताल और स्कूल जैसी सेवाएं इस केन्द्र में एक ही जगह पर मिलेगी, उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि छत्तीसगढ़ में ऐसे 14 विकास केन्द्र बनने जा रहे हैं, जो देश के अन्य राज्यों के लिए मॉडल बनेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों उत्तर बस्तर (कांकेर) जिले के भानुप्रतापपुर से गुदुम के बीच 17 किलोमीटर इस नई रेल सेवा का लोकार्पण हुआ, उसके अंतर्गत उत्तर बस्तर अब राजधानी रायपुर से सीधे जुड़ गया है और भारत के रेल्वे के नक्शे पर भी चिन्हांकित होने लगा है। लोग अब रायपुर से भानुप्रतापपुर तक लगभग एक सौ किलोमीटर का सफर रेलगाड़ी से भी तय कर सकेंगे। आज प्रधानमंत्री ने भानुप्रतापपुर से गुदुम तक 17 किलोमीटर नई रेललाइन का और गुदुम में निर्मित रेलवे स्टेशन का लोकार्पण बस्तर संभाग के ग्राम जांगला (जिला-बीजापुर) से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर किया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में वहां अम्बेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा सहित छत्तीसगढ़ सरकार के अनेक मंत्री और जनप्रतिनिधि तथा वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि यह नई रेल सेवा दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर 235 किलोमीटर की रेल परियोजना का एक हिस्सा है। इस परियोजना के प्रथम चरण में दल्लीराजहरा से रावघाट तक 95 किलोमीटर तक रेलमार्ग का निर्माण एक हजार 142 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है। इसमें से दल्लीराजहरा से बालोद जिले के गुदुम तक 17 किलोमीटर का रेलमार्ग का निर्माण पूर्ण कर उसमें पैसेंजर सेवा वर्ष 2016 में शुरू कर दी गई थी। इस खंड पर यात्री गाड़ी सेवा की शुरूआत होने पर आदिवासी बहुल बालोद जिले के साथ बस्तर संभाग ने भी विकास की दिशा में एक नया कदम बढ़ाया। इस नई रेल सेवा से उत्तर बस्तर जिले के यात्रियों को रायपुर तक आने-जाने की सुविधा मिलने लगेगी। यह पैसेंजर रेलगाड़ी 78815 रायपुर-भानुप्रतापपुर-डेमू और 78818-भानुप्रतापपुर-दुर्ग के बीच नियमित रूप से चलेगी। रेलवे द्वारा घोषित टाईम-टेबल के अनुसार गाड़ी नंबर 78815-रायपुर-भानुप्रतापपुर-डेम राजधानी रायपुर से सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर खुलेगी और दुर्ग, मरौदा, पउवारा, रिसामा, गुंडरदेही, सिकोसा, लाटाबोर, बालोद, कुसुमकसा, दल्लीराजहरा, गुदुम स्टेशनों से होते हुए दोपहर एक बजकर 15 मिनट पर भानुप्रतापपुर पहुंचेगी। गाड़ी नं. 78818-भानुप्रतापपुर-दुर्ग-डेमू का टाईम-टेबल भी रेल्वे ने घोषित कर दिया है। यह रेलगाड़ी भानुप्रतापपुर से दोपहर 1.25 बजे निकलकर शाम 4.20 बजे दुर्ग आएगी। दल्लीराजहरा से भानुप्रतापपुर तक और आगे चलकर जगदलपुर तक रेल सेवा का विस्तार होगा। समारोह में छत्तीसगढ़ सरकार के स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप, राजस्व और उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत, वन मंत्री महेश गागड़ा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास मंत्री अजय चन्द्राकर, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय बस्तर के लोकसभा सांसद दिनेश कश्यप, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक तथा अन्य अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे, प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव अजय सिंह और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में मौजूद थे।
नये लक्ष्यों को पाने के लिए नये तरीकों से काम करने की जरूरत : नरेन्द्र मोदी
बस्तर के ग्राम जांगला, जिला-बीजापुर से आयुष्मान भारत योजना के प्रथम चरण आरम्भ ; रेल नक्शे पर उत्तर बस्तर भी हुआ चिन्हांकित, राजधानी रायपुर से भानुप्रतापपुर के बीच चलेगी पैसेंजर ट्रेन