पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कुछ ही देर में प्रगति मैदान के भारत मंडपम में अखिल भारतीय शिक्षा समागम (Akhil Bhartiya Shiksha Samagam) का उद्घाटन करेंगे. इस 2 दिनों के समागम का आयोजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के शुभारंभ की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर हो रहा है. स्कूल छात्रों का इस तरह से विकास करेंगे कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (National Education Policy-NEP) की परिकल्पना के मुताबिक एक समतापूर्ण, समावेशी और बहुलवादी समाज के निर्माण में शामिल होने के साथ ही काबिल और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले नागरिक बनें.
पीएम मोदी शिक्षा और कौशल पाठ्यक्रम की 12 भारतीय भाषाओं में अनुवाद की गई किताबों का विमोचन भी करने वाले हैं. पीएम मोदी के नजरिये से प्रेरित होकर, युवाओं को तैयार करने और उन्हें अमृत काल में देश का नेतृत्व करने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से एनईपी 2020 लॉन्च किया गया था. इसका उद्देश्य उन्हें बुनियादी मानवीय मूल्यों पर आधारित रखते हुए भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना है. लागू किए जाने के तीन साल के दौरान इस नीति से स्कूल, उच्च और कौशल शिक्षा के क्षेत्र में बुनियादी बदलाव आया है.
29 और 30 जुलाई को आयोजित होने वाला दो दिवसीय कार्यक्रम शिक्षाविदों, शिक्षा के विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, उद्योग प्रतिनिधियों, शिक्षकों और स्कूलों, उच्च शिक्षा और कौशल संस्थानों के छात्रों सहित अन्य लोगों को अपना नजरिया सफलता से साझा करने के लिए एक मंच देगा. इसमें एनईपी 2020 के लागू होने पर मिली सफलता की कहानियों और बेहतरीन कामों को और आगे ले जाने के लिए रणनीतियां तैयार करने का काम किया जाएगा. इस अखिल भारतीय शिक्षा समागम में सोलह सत्र शामिल होंगे. जिसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शासन तक पहुंच, न्यायसंगत और समावेशी शिक्षा, सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित समूहों के मुद्दे, राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क, भारतीय ज्ञान प्रणाली, शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण सहित दूसरों विषयों पर चर्चा होगी.