विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के घटक दल बुधवार को ही लोकसभा में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं. सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अविश्वास प्रस्ताव का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है और इसे कल दाखिल किया जाएगा.
सूत्रों ने साथ ही बताया कि इसे लेकर बुधवार सुबह 10 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कमरे में विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों की बैठक होगी. इसके बाद सुबह साढ़े 10 बजे सोनिया गांधी कांग्रेस सांसदों के साथ बैठक करेंगी. कांग्रेस ने इसे लेकर लोकसभा के अपने सभी सांसदों के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है.
दरअसल विपक्षी दल संसद में मणिपुर हिंसा पर विस्तृत चर्चा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर 20 जुलाई को मानसून सत्र की शुरुआत से ही संसद के दोनों सदनों में व्यवधान जारी है. सूत्रों के मुताबिक, ऐसे स्थिति में विपक्षी दलों ने कई विकल्पों पर विचार करने के बाद यह फैसला किया कि अविश्वास प्रस्ताव ही सबसे कारगर रास्ता होगा, जिसके जरिये सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए विवश किया जा सकेगा. विपक्ष से जुड़े सूत्रों का यह भी कहना है कि राज्यसभा के भीतर भी मणिपुर के विषय को लेकर सरकार को घेरने का सिलसिला जारी रहेगा.
इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद में गतिरोध समाप्त करने के मकसद से मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष की मंगलवार को बुलाई थी, लेकिन उसमें कोई हल नहीं निकल सका. निचले सदन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह दोनों कह चुके हैं कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा को तैयार है. हालांकि, विपक्ष इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान और इसके बाद चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है