जैसलमेर जिले के सांकड़ा थाना क्षेत्र के भैंसडा गांव के नजदीक आज एक निजी स्कूली बस पलटने से बड़ा हादसा हो गया है. बस में सवार 35 से अधिक स्कूली बच्चे हादसे का शिकार हो गए हैं. इस हादसे में बस ड्राइवर और कंडक्टर को गंभीर चोटें आई हैं. भैंसड़ा गांव से संचालित होने वाली स्कूली बस में सवार होकर बच्चे पढ़ने जा रहे थे. अचानक बीच रास्ते में चलते- चलते बस अनियंत्रित होकर पलट गई और उसमें सवार बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. एक दर्जन से अधिक गंभीर रूप से घायल बच्चों को जोधपुर और पोकरण के अस्पताल में रेफर किया गया है.
घायलों का प्राथमिक उपचार सांकड़ा – भैसड़ा और पोकरण अस्पताल में चल रहा है. पुलिस ने बताया कि बस में क्षमता से अधिक बच्चे सवार थे. ओवरलोडिंग के कारण बस हादसे का शिकार हुई है. भैसड़ा के निजी स्कूल में गांव व ढ़ाणियों से आए बच्चे पढ़ने के लिए बस में सवार होकर जा रहे थे उसी दौरान यह हादसा हुआ. हादसे में चालक और परिचालक भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया. घायलों के बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
पुलिस अधीक्षक पहुंचे घटनास्थल पर
हादसे की जानकारी मिलने के बार एसपी विकास सांगवान घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल जायजा लिया. एसपी ने एएसपी और सीओ समेत परिवहन विभाग के अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी ली और इसकी गंभीरता से जांच के निर्देश दिए. हादसे में एक टीचर मौत हो गई है. 11 घायलों का जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायलों को जोधपुर लाए जाने की सूचना पर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और संभागीय आयुक्त भी अस्पताल पहुंचे और इलाज की व्यवस्थाओं का फीड बैक लिया.
स्कूल बस संचालक करते हैं मनमानी
गौरतलब है कि निजी स्कूल बस संचालकों की मनमानी के कारण राजस्थान के भीतर पिछले कुछ बरसों में कई हादसे हो चुके हैं. इन घटनाओं से सबक न लेते हुए स्कूल संचालक अधिक से अधिक फायदा कमाने के चक्कर में मासूम बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ करते हैं. बस के भीतर अधिक संख्या में बच्चों को बिठाते हैं जिसकी वजह से ओवरलोड होने के कारण बच्चे हादसे का शिकार हो जाते हैं.
एक यात्री बस भी हुई हादसे का शिकार
बता दें कि इस हादसे से पहले शेरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत जैसलमेर हाइवे पर 54 मील के पास एक अनियंत्रित बस ट्रैक्टर- ट्रॉली से टकराकर हादसे का शिकार हो गई थी. बस में सवार 25 यात्री घायल हो गए थे. उनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. वहां पर मौजूद ग्रामीणों की मदद से बस के कांच फोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला गया. थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह के मुताबिक घायल यात्रियों को बालेसर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां से आठ- दस यात्रियों को उपचार के बाद घर भेज दिया है.