भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बहुप्रतीक्षित मिशन चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग की तारीख को लेकर घोषणा कर दी है. इसरो की तरफ से चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को दोपहर 2:35 बजे लॉन्च किए जाने का ऐलान किया गया. चंद्रयान 3 को चंद्रमा की सतह पर रवाना किए जाने को लेकर इससे पहले 12 से 19 जुलाई के बीच तिथि तय की गई थी. इसरो के वैज्ञानिकों का पूरा फोकस चंद्रयान-3 को चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित उतारे जाने पर है. एजेंसी प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के तहत इसरो 23 अगस्त या 24 अगस्त को चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का प्रयास करेगा.
गौरतलब है कि इसरो इसके पहले चंद्रयान-2 को लॉन्च कर चुका है. चंद्रयान-2 मिशन आखिरी चरण में विफल हो गया था. उसका लैंडर पृथ्वी की सतह से झटके के साथ टकराया था, जिसके बाद पृथ्वी के नियंत्रण कक्ष से उसका संपर्क टूट गया था. चंद्रयान-3 को उसी अधूरे मिशन को पूरा करने के लिए भेजा जा रहा है. इसी को लेकर इसरो की ओर से 14 जुलाई की तारीख तय कर दी गई है. अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने इस तारीख का चयन अंतरिक्ष में सुरक्षित लैंडिंग को लेकर की गई गहन रिसर्च के बाद किया है.
इसरो ने कई बदलाव के साथ तैयार किया चंद्रयान 3
अधिकारियों के मुताबिक, चंद्रयान-3 मिशन चंद्रयान-2 का ही अगला चरण है, जो चंद्रमा की सतह पर उतरकर वहां का सतही परीक्षण करेगा. यह चंद्रयान-2 की तरह ही दिखेगा, जिसमें एक ऑर्बिटर, एक लैंडर और एक रोवर होगा. मिशन की सफलता के लिए नए उपकरण बनाए गए हैं. चंद्रयान 2 के अंतिम क्षण में विफल होने की वजहों पर फोकस करते हुए चंद्रयान 3 को तैयार किया गया और इसके सुरक्षित चंद्रमा पर उतारे जाने की पूरी तैयारी कर ली गई है.
चंद्रयान 3 की सफलता के साथ भारत होगा चौथा देश
इससे पहले इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा था कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में ये भारत की एक और बड़ी कामयाबी होगी. यह मिशन भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश बना देगा.