प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 बैठक में हिस्सा लेने शुक्रवार को जापान पहुंच गए हैं. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने अपने दो करीबी पड़ोसियों चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के तनावपूर्ण संबंधों का भी जिक्र किया. उन्होंने शांति से बातचीत का समर्थन कर दोनों ही पड़ोसी मुल्कों को नसीहत दी है. चीन के साथ सीमा पर गतिरोध पर उन्होंने विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए देश के सम्मान पर जोर देते हुए कहा, ‘भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में शांति और सौहार्द चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए बहुत जरूरी है. भारत और चीन संबंधों में सुधार आपसी हितों और एक-दूसरे के सम्मान के साथ ही संभव है. उन्होंने कहा कि चीन के साथ संबंधों को सामान्य कर क्षेत्र को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को लाभ होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ सामान्य संबंध चाहता है.
पाकिस्तान को आतंकवाद पर दी सीख
पाकिस्तान को नसीहत देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब यह उन देशों की जिम्मेदारी है कि वे आतंकवाद और दुश्मनी से मुक्त एक अनुकूल माहौल कैसे तैयार करेंगे. इस संबंध में जरुरी कदम उठाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है. तनाव ने द्विपक्षीय संबंधों को तनावपूर्ण कर दिया है, खासकर 2020 की झड़प के बाद से जिसमें 20 भारतीय और चार चीनी सैनिक मारे गए थे. यह दशकों में परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच पहली घातक लड़ाई थी.सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति जरूरी है. मोदी ने कहा, ‘भारत-चीन संबंधों का भविष्य का विकास केवल आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी हितों पर आधारित हो सकता है.’ उन्होंने कहा कि संबंधों को ‘सामान्य’ करने से व्यापक क्षेत्र और दुनिया को फायदा होगा.