भारत में अफगानिस्तान दूतावास (Afghanistan Embassy) के मौजूदा प्रमुख फरीद मामुन्दजई की जगह तालिबान (Taliban) द्वारा नए प्रभारी नियुक्त किए जाने की खबरें आने के बाद दूतावास ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है. दूतावास की ओर से कहा गया है कि मिशन के नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं हुआ है. मामुन्दजई को पिछली अशरफ गनी सरकार (Ashraf Ghani government) द्वारा नियुक्त किया गया था और वह अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद भी अफगान दूत के रूप में काम कर रहे हैं.
यह पता चला है कि वर्ष 2000 से अफगान दूतावास में ‘ट्रेड काउंसलर’ के रूप में काम कर रहे कादिर शाह ने पिछले महीने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर दावा किया था कि उन्हें तालिबान द्वारा दूतावास प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है.
भारत ने अभी तक तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है और काबुल (Kabul) में समावेशी सरकार के गठन के लिए जोर दे रहा है. भारत ने यह भी कहा है कि किसी भी देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.
मामुन्दजई के नेतृत्व वाले दूतावास ने एक बयान में कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान का दूतावास तालिबान के इशारे पर नई दिल्ली में मिशन की कमान संभालने के संबंध में एक व्यक्ति के दावों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है.