बिलासपुर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने संभागीय मुख्यालय बिलासपुर के पास ग्राम बहतराई स्टेडियम में 63 वीं राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियागिता का शुभारंभ करते हुए कहा कि जीवन में संयम, नियम व अनुशासन खेल से आता है, खेल से तन और मन दोनों स्वस्थ रहता है। इससे जीवन को एक मुकाम दे सकते हैं। पांच दिवसीय राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में कब्बडी 14 वर्ष, बालक व बालिका, टेनिस क्रिकेट 17 वर्ष बालक व बालिका, किक बाक्सिंग 17 एवं 19 वर्ष बालक व बालिका, त्वाईकांडो 14 एवं 17 वर्ष, बालक व बालिका की प्रतियोगिताएं होंगी। देश के तीस राज्यों के 1525 खिलाड़ी व 250 अधिकारी और कर्मचारी इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं, प्रतियोगिता का समापन 26 नवम्बर को होगा। उदघाटन अवसर के मुख्य अतिथि श्री कौशिक ने अपने उदबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ एक छोटा नवोदित राज्य है, जिसे राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजन का मौका मिला है। देश भर के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। खिलाड़ियों अपने लक्ष्य को ध्येय बनाकर खेलना चाहिए। विजेता बनकर जाने का लक्ष्य रखते हुए उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करें, कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बिलासपुर के सांसद लखन लाल साहू ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ खेल का भी महत्व है, दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। इसलिए खेल को भी जीवन में स्थान देना चाहिए। राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचे खिलाड़ी श्रेष्ठतम प्रदर्शन करें, जिससे उन्हें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलेगा। अपने क्षमता और योग्यता का बेहतर प्रदर्शन करेंगे इसके लिए शुभकामनाएं दी। विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी ने कहा कि विकास की ओर बढ़ते छत्तीसगढ़ ने एक नयी ऊंचाई प्राप्त की है, खेल का तेजी से विकास हुआ है। यह सरकार की खेल को बढ़ावा देने के नीति का परिणाम है। सभी खिलाड़ी बेहतर याद लेकर यहां से जाएं। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने कहा कि यहां लघु भारत का दर्शन हो रहा है। देश भर से आए हुए सभी खिलाड़ियों को एक दूसरे से सीखने का मौका मिलेगा। खेल से व्यक्तित्व को विकास होता है, यहां प्रत्येक खिलाड़ी विजेता हैं, उन्होंने खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर लिंगियाडीह, चांटीडीह और बहतराई के स्कूली बच्चों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर खिलाड़ियों का मनमोह लिया, खिलाड़ियों ने आकर्षक मार्चपास्ट प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि श्री कौशिक ने राष्ट्रीय खेल का ध्वज फहराया और खेल के विधिवत शुभारंभ की घोषणा की। इस अवसर पर पटाखे फोड़े गए और गुब्बारे उड़ाए गए। राष्ट्रीय खिलाड़ी तुषार बघेल ने खेल भावना के साथ खेलने की शपथ दिलायी। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक साहू, सहायक संचालक खेल एस.आर कर्ष, एस.जी.एफ.आई. के आर्ब्जवर, विभिन्न खेल संगठनों के प्रतिनिधि, विभिन्न राज्यों से आए खेल कोच, जनरल मैनेजर, खिलाड़ी, विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य, छात्र-छात्राएं तथा खेल प्रेमी दर्शक उपस्थित थे।
जीवन में संयम, नियम व अनुशासन सिखाता है, खेल : श्री कौशिक
63 वीं राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ।