डॉलर की मजबूती और दुनियाभर में ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण सोने का भाव गिर रहा है. येलो मेटल के प्राइस में इस गिरावट के कारण गोल्ड लोन ले चुके ग्राहकों और लेने वाले लोगों पर बड़ा असर पड़ सकता है. दरसअल ब्याज दरों में बढ़ोतरी और सोने के भाव में गिरावट से ग्राहकों को दो मोर्चों पर नुकसान उठाना पड़ सकता है. इंटरेस्ट रेट बढ़ा तो गोल्ड लोन महंगा होगा, वहीं सोने का भाव गिरने से बैंक मौजूदा ग्राहकों से कॉलेटरल मांगेंगे.
भारतीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX)पर सोने का भाव (Gold Rate Today) शुरुआती कारोबार में 0.24 फीसदी तक गिर गया. वहीं चांदी (Silver Rate Today) का रेट भी आज 0.73 प्रतिशत तक टूटा. इस गिरावट के साथ ही सोने का भाव अब दो साल के निचले स्तर पर है.
RBI के ऐलान से महंगा होगा लोन?
30 सितंबर को आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी का ऐलान करेगा. उम्मीद लगाई जा रही है कि अपने चौथे रेट हाइक में रिजर्व बैंक 35-50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर सकता है. आम तौर पर जब आरबीआई रेपो दर में बढ़ोतरी करता है तो बैंक और एनबीएफसी महंगी दर पर कर्ज मिलता है इसलिए ये वित्तीय संस्थाएं लोन महंगा कर देती हैं. मई के बाद से इन वित्तीय संस्थानों ने रेपो दर वृद्धि के अनुसार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है.