प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज़्बेकिस्तान में अगले हफ्ते होने वाले SCO सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी के दौरे की जानकारी देते हुए ने बताया कि सम्मेलन में हिस्सा लेने के अलावा प्रधानमंत्री मोदी कुछ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. ऐसे में अब सबकी नजरें भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के संभावित मुलाकात पर लग गई हैं.
बता दें कि अगर दोनों नेताओं के बीच आपसी मुलाकात और द्विपक्षीय बातचीत होती है तो LAC विवाद के बाद ऐसा पहली बार होगा जब दोनों नेता आमने सामने होंगे और बातचीत करेंगे. मोदी और शी जिनपिंग के संभावित बातचीत से भारत-चीन के संबंधों में आए तनाव को भी कम करने में मदद मिलेगी.
SCO सम्मेलन में ये भी होंगे शामिल
इस सम्मेलन में नरेंद्र मोदी के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के आलावा दूसरे सदस्य देशों के प्रमुख भी हिस्सा लेंगे. उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकात मिर्जियोयेव के आमंत्रण पर पीएम मोदी समरकंद के होनेवाली शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेंगे. 15-16 सितंबर को SCO का सम्मेलन होगा.
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की SCO सम्मेलन में शामिल होने घोषणा करते हुए कहा कि सम्मेलन के दौरान पिछले दो दशकों में SCO के कार्यों की समीक्षा के साथ साथ भविष्य में बहुद्देशीय सहयोग पर भी चर्चा होगी. क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के मसलों पर भी बैठक में चर्चा होगी