ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि चीनी ‘लड़ाकू विमानों और युद्धपोतों’ ने शुक्रवार को ताइवान जलडमरूमध्य की ‘मध्य रेखा’ को पार किया है. रक्षा मंत्रालय ने इसे ‘अत्यधिक उत्तेजक’ कार्रवाई कहा है. अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (House of Representatives) की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से भड़के चीन ने ताइवान की खाड़ी में एक बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू किया है. इसके बाद उसकी सेना ने ताइवान की सीमा को करीब-करीब घेरते हुए कई मिसाइलें भी दागी हैं.
इनमें से कम से कम 5 मिसाइलों के जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र- ईईजेड (Exclusive Economic Zone-EEZ) में गिरी हैं. एक विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड), समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) द्वारा निर्धारित समुद्र में एक ऐसा क्षेत्र है, जिस पर एक देश के कुछ अधिकार हैं. जापान के पीएम फुमियो किशिदा ने कहा कि यह एक ‘गंभीर समस्या है जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और हमारे नागरिकों की सुरक्षा को प्रभावित करती है.’
उधर अपने एशिया दौरे के अंतिम चरण में नैंसी पेलोसी ने जापान के पीएम फुमियो किशिदा से मुलाकात की. इस मौके पर जापान के पीएम किशिदा ने कहा कि दोनों सहयोगी देश ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए मिलकर काम करेंगे. जबकि पेलोसी ने कहा कि ताइवान को अलग-थलग करने की चीन की कोशिश को अमेरिका कामयाब नहीं होने देगा. पेलोसी ने कहा कि वे भले ही ताइवान को अन्य जगहों पर जाने या हिस्सा लेने से रोकने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन वे वहां यात्रा करने से हमें रोककर ताइवान को अलग-थलग नहीं कर सकेंगे.