एक तरफ आम आदमी रिकॉर्डतोड़ महंगाई से बेहाल रहा तो दूसरी ओर कंपनियों का शुद्ध मुनाफा भी जबरदस्त तरीके से बढ़ गया. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने वित्तवर्ष 2021-22 की अंतिम तिमाही का रिजल्ट आने के बाद कंपनियों के पूरे साल के प्रदर्शन पर आधारित रिपोर्ट जारी की है.
आरबीआई ने बताया कि महामारी और महंगाई के दबाव में भी बीते वित्तवर्ष कंपनियों का शुद्ध मुनाफा काफी बढ़ गया. सबसे ज्यादा कमाई मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की कंपनियों की रही, जिसमें 50.2 फीसदी का जबरदस्त इजाफा हुआ है. इसके अलावा आईटी कंपनियों के नेट प्रॉफिट में भी बड़ी बढ़ोतरी हुई, लेकिन गैर आईटी सेक्टर की कंपनियों पर महंगाई और महामारी का दबाव साफ देखा गया और यह सेक्टर घाटे से उबर नहीं सका
तीन हजार से ज्यादा कंपनियों के आंकड़े
आरबीआई ने बाजार में लिस्टेड निजी कॉरपोरेट सेक्टर की 3,166 कंपनियों के फाइनेंशियल आंकड़ों पर आधारित रिपोर्ट तैयार की है. इसमें कहा गया है कि 2021-22 में गैर सरकारी और गैर वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों ने बेहतर प्रदर्शन किया. खासकर मैन्युफैक्चरिंग, आईटी जैसे क्षेत्रों में लागत बढ़ने के बावजूद शुद्ध मुनाफे में खासी बढ़ोतरी देखी गई. हालांकि, गैर आईटी क्षेत्र की कंपनियों को इस दौरान भी नुकसान उठाना पड़ा है.
दूसरी छमाही में कंपनियों ने बनाई रफ्तार
आंकड़े बताते हैं कि बीते साल आई कोरोना की दूसरी लहर ने पहली छमाही के कारोबार को काफी प्रभावित किया, लेकिन दूसरी छमाही से सुधार में तेजी आई. मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की लिस्टेड 1,865 कंपनियों की बिक्री में जोरदार इजाफा देखा गया जो एक साल पहले के मुकाबले 36.7 फीसदी का विस्तार रहा. एक साल पहले इस क्षेत्र का मुनाफा शून्य से 2.8 फीसदी नीचे रहा था.
आईटी कंपनियों ने भी दमदार प्रदर्शन किया और शुद्ध मुनाफे में एक साल पहले के 4.4 फीसदी की वृद्धि के मुकाबले 2021-22 में 19.8 फीसदी की तेज वृद्धि हासिल की. हालांकि, गैर आईटी सेक्टर ने भी बीते वित्तवर्ष में अपनी बिक्री में बड़ा सुधार किया लेकिन अभी यह घाटे से बार नहीं निकल सका. गैर आईटी सेक्टर के मुनाफे में बीते साल 27.2 फीसदी की वृद्धि रही, जो एक साल पहले 14.6 फीसदी थी.