दुनियाभर में महंगाई के तांडव के बाद अब आशंकाएं हैं कि बड़ी अर्थवयवस्थाएं मंदी की तरफ बढ़ रही हैं. यदि वे अर्थवयवस्थाएं मंदी में प्रवेश कर जाती हैं तो भारत के लिए भी बड़ी मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी. इधर, शेयर बाजारों में बिकवाली जारी है. निवेशकों में डर का माहौल बना हुआ है. आज बाजार के पॉजिटिव खुलने के पीछे क्रूड ऑयल की कीमतों में आई कमी को माना जा रहा है.
अधिकतर विशेषज्ञों को लगता है बाजार से अभी बिकवाली पूरी तरह से दूर नहीं हुई है. चूंकि बेयर अभी पावर में हैं तो निफ्टी50 15,000 के स्तर पर रुकेगा, इस पर भी आशंका है. कुछ को तो लगता है कि निफ्टी 14,000 पर रुकेगा. बाजार में पनप रही ऐसी आशंकाओं के पीछे दुनियाभर में मंदी के आसार और बढ़ती महंगाई को जिम्मेदार माना गया है. इसके भारत पर पड़ने वाले असर का भी आकलन किया जा रहा है.