भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) पर मंडराते मुनाफासूली के बादल अभी छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं. पिछले सप्ताह सभी कारोबारी सत्र में गिरावट झेलने के बाद आज भी नुकसान के ही आसार दिख रहे हैं.
सेंसेक्स पिछले कारोबारी सत्र में 135 अंक गिरकर 51,360 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 67 अंकों के नुकसान के साथ 15,293 पर पहुंच गया था. इस दौरान एफएमसीजी, ऑटो, आईटी, फार्मा, ऑयल जैसे सेक्टर ने सबसे ज्यादा नुकसान कराया. एक्सपर्ट का कहना है कि आज भी ग्लोबल मार्केट में बिकवाली दिख रही जिसका असर भारतीय निवेशकों के सेंटिमेंट पर दिखेगा.
अमेरिका और यूरोपीय बाजारों का मिलाजुला रुख
अमेरिकी शेयर बाजार जहां फेड रिजर्व के फैसलों के बाद गिरावट से उबरकर वापस तेजी की राह पर लौट रहा है, वहीं यूरोप के ज्यादातर बाजारों में गिरावट दिखी है. अमेरिका के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज NASDAQ पर पिछले सत्र में 1.43 फीसदी की बढ़त दिखी थी. इस दौरान यूरोप के प्रमुख शेयर बाजार जर्मनी में भी 0.67 फीसदी का उछाल आया, लेकिन अन्य यूरोपीय बाजारों में गिरावट रही. फ्रांस का स्टॉक मार्केट 0.06 फीसदी नुकसान पर बंद हुआ था, जबकि लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर 0.41 फीसदी की गिरावट आई थी.
एशियाई बाजारों में बिकवाली जोरों पर
एशिया के सभी शेयर बाजार आज सुबह गिरावट पर खुलकर कारोबार कर रहे हैं. सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज पर 0.29 फीसदी की गिरावट दिख रही तो जापान का निक्केई 1.35 फीसदी के नुकसान पर कारोबार कर रहा है. हांगकांग का स्टाक मार्केट आज सुबह 0.39 फीसदी नीचे दिख रहा तो ताइवान में भी 0.52 फीसदी की गिरावट आई है. इसके अलावा दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 2.32 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट भी 0.35 फीसदी के नुकसान पर कारोबार करता दिख रहा है.
विदेशी निवेशकों ने की बड़ी बिकवाली
विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से पूंजी निकालने का सिलसिला और तेज कर दिया है. पिछले कारोबारी सत्र में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार से 7,818.61 करोड़ रुपये के शेयर बेचकर पैसे निकाल लिए. विदेशी निवेशक 2022 में ही अब तक 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की निकासी कर चुके हैं. हालांकि, घरेलू निवेशकों ने पिछले सत्र में 6,086.92 करोड़ के शेयरों की खरीदारी की थी. यही कारण रहा कि बाजार किसी बड़ी गिरावट से बच गया