गैर-जीवन बीमा कंपनियों का समूहिक रूप से कुल प्रत्यक्ष प्रीमियम मई, 2022 में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत बढ़कर 15,404.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली है.
गैर-जीवन बीमा कंपनियों का मई, 2021 में प्रत्यक्ष प्रीमियम 12,423.98 करोड़ रुपये रहा था. इरडा के आंकड़ों के मुताबिक, 31 गैर-जीवन कंपनियों में से 25 साधारण बीमा कंपनियों का मई, 2022 में कुल प्रत्यक्ष प्रीमियम 24 फीसदी की बढ़त के साथ 13,566.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 10,954.18 करोड़ रुपये था.
अप्रैल-मई में 22 फीसदी बढ़ा प्रीमियम
निजी क्षेत्र की पांच स्वास्थ्य बीमा कंपनियों का सकल प्रीमियम समीक्षाधीन महीने में 23.6 प्रतिशत बढ़कर 1,708.86 करोड़ रुपये हो गया, जबकि मई, 2021 में यह 1,382.71 करोड़ रुपये था. कुल मिलाकर सभी गैर-जीवन बीमा कंपनियों का सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम चालू वित्त वर्ष 2022- 2023 की अप्रैल-मई अवधि के दौरान 22.8 प्रतिशत बढ़कर 36,680.69 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो एक साल पहले इसी महीने में 29,867.41 करोड़ रुपये था.
बीमा की राह हुई और सुगम
अब बीमा कंपनियां हेल्थ और लगभग सभी जनरल इंश्योरेंस प्रॉडक्ट्स को भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) की अनुमति के बिना भी लॉन्च कर सकेंगी. हर भारतीय को बीमित करने के उद्देश्य से इरडा ने ‘यूज एंड फाइल’ प्रक्रिया में बदलाव किया है. इरडा के इस कदम से बीमा कंपनियों को कारोबार करने में जहां आसानी होगी, वहीं ज्यादा से ज्यादा लोगों को इंश्योरेंस के दायरे में लाने में भी यह काफी सहायता करेगा
अभी क्या है नियम
अभी तक बीमा कंपनी को अपना कोई उत्पाद पेश करने से पहले इरडा से पूर्व-स्वीकृति लेनी होती है. लेकिन, अब इरडा के द्वारा नियमों में बदलाव करने के बाद हेल्थ और लगभग सभी जनरल इंश्योरेंस प्रॉडक्ट लॉन्च करने से पहले बीमा नियामक की मंजूरी लेने की आवश्यकता नहीं होगी. इरडा के इस कदम से ज्यादा बीमा प्रोडक्ट बाजार में आएंगे. बीमा कंपनियों ने इरडा के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे बीमा कंपनियों के लिए कारोबार करना और सुगम हो जाएगा. साथ ही कंपनियां तेजी से इनोवेटिव प्रॉडक्ट बाजार में लॉन्च कर पाएंगी. बाजार में बीमा उत्पादों की ज्यादा वैरायटी होने से ज्यादा से ज्यादा लोगों को बीमित करना आसान होगा.