भारतीय रेलवे (Indian Railways) की ओर से जोनल स्तर पर बिना टिकट यात्रा करने और नियमों को उल्लंघन करने वालों शिकंजा कसने के लिए लगातार अभियान चलाए जाते रहते हैं. इन अभियान के दौरान रेलवे बड़ी संख्या में न केवल मामले दर्ज कर रहा है बल्कि भारी भरकम राजस्व की वसूली भी कर रहा है. पूर्वोत्तर रेलवे (North Eastern Railway) ने इस साल अकेले अप्रैल और मई माह में टिकट जांच अभियान के दौरान 26.70 करोड़ रुपए का राजस्व वसूला है.
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक संजय मिश्र के आदेशों पर अवैध एवं अनियमित टिकटों की धरपकड़, चेनपुलिंग की रोकथाम, बिना टिकट/अनियमित टिकट यात्रा को रोकने के लिए औचक टिकट जांच एवं बस रेड जांच अभियान चलाया जा रहा है. अप्रैल एवं मई, 2022 में चलाये गये इस टिकट जांच अभियान के दौरान 4,09,220 मामले पकड़े गये. इन सभी से 26.70 करोड़ रुपए के राजस्व की वसूली हुई है.
वाणिज्य विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक अप्रैल माह में टिकट जांच अभियान चलाया गया जिसमें 1,67,717 यात्रियों को बिना टिकट/अनियमित टिकट अथवा बिना बुक सामान के साथ पकड़ा गया. इन सभी से कुल 10.72 करोड़ रुपए के राजस्व की वसूली हुई. वहीं, अप्रैल महा में 17 बस रेड अभियान आयोजित किया गया, जिनमें पकड़े गये 401 व्यक्तियों को रेलवे मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया. जुर्माना अदा न करने के कारण 16 व्यक्तियों को जेल भेज दिया गया. वाणिज्य अधिकारियों के नेतृत्व में 51 विशेष टिकट जांच एवं औचक जांच आयोजित की गईं.
इसी तरह माह मई, 2022 में चलाये गये टिकट जांच अभियान में 2,41,503 यात्रियों को बिना टिकट/अनियमित टिकट के यात्रा अथवा बिना बुक सामान के साथ पकड़ा गया. इनसे 15.98 करोड़ रुपए के राजस्व की वसूली की गई. मई में 11 बस रेड अभियान आयोजित किए गए जिनमें पकड़े गये 418 व्यक्तियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया. जुर्माना अदा नहीं करने के कारण 15 व्यक्तियों को जेल भेज दिया गया. वाणिज्य अधिकारियों के नेतृत्व में 56 विशेष टिकट जांच एवं औचक जांच अभियान चलाये गये.