प्याज की लगातार गिरती कीमतों (Falling Onion Prices) के बीच नेफेड (NAFED) ने बड़ा ऐलान किया है. नेफेड ने किसानों (Farmers) को बड़ी राहत देते हुए इस बार प्याज खरीद का लक्ष्य ढ़ाई लाख टन से बढ़ा कर चार लाख टन कर दिया है. नेफेड का कहना है कि देश की मंडियों में लागत से भी कम कीमत पर प्याज बिक रही है, इससे प्याज किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए नेफेड ने खरीद का लक्ष्य बढ़ाया है. बता दें कि नेफेड ने अब तक 52 हजार लाख टन प्याज खरीद लिया है.
लगातार गिरती कीमतों के बीच किसानों की चिंता बढ़ते ही जा रही थी. एक तरफ जहां कुछ दिन पहले तक नींबू और तरबूज देश में रिकॉर्ड रेट में बिक रहा था, वहीं पिछले 2 महीने से प्याज की कीमतों में गिरावट देखी जा रही थी. गर्मियों के प्याज का मौसम शुरू होने के बाद से ही कीमतों में गिरावट जारी है. पिछले दो-तीन महीने से भाव इतने गिर गए कि किसानों के खेत में ही प्याज सड़ने लगा.
नेफेड ने प्याज खरीद का लक्ष्य बढ़ा दिया है
बता दें कि प्याज एक नकदी फसल है और इसका प्रयोग पूरे साल होता है. खरीफ में लाल प्याज की रिकॉर्ड कीमत को देखकर किसानों ने उम्मीद जताई थी कि रबी में भी अच्छा रेट मिलेगा. गर्मी के प्याज और खरीफ प्याज की बढ़ती आवक और घटती मांग के चलते प्याज ने किसानों की आंखों में आंसू ला दिए हैं. इस साल मई के शुरुआत से ही मंडियों में प्याज की आवक हर रोज बढ़ती ही जा रही थी. आवक अधिक होने के कारण प्याज 250 रुपये प्रति क्विंटल से घटकर अब 100 रुपये प्रति क्विंटल के आस-पास आ गया है.