कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार थमने से जहां लोगों को महामारी से थोड़ी राहत मिली थी अब एक नए वायरस ने लोगों को चिंता बढ़ा दी है. दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) तेजी से फैल रहा है. अब तक दुनिया के लगभग 20 से अधिक देशों में 200 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है. मंकीपॉक्स के बढ़ते संक्रमण को लेकर भारत सरकार भी सतर्क है और इस पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. इस बीच मंकीपॉक्स के संक्रमण को लेकर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की वैज्ञानिक अपर्णा मुखर्जी (Aparna Mukherjee) ने कई बड़ी जानकारी दी.
ICMR वैज्ञानिक अपर्णा मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के कई गैर स्थानिक देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं लेकिन भारत के लिए राहत की बात है कि हमारे देश में मंकीपॉक्स का एक भी मामला अभी तक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि ऐहतियात के तौर पर सरकार इस पर नजर बनाए हुए है और अगर भारत में मंकीपॉक्स का संक्रमण फैलता है तो देश इससे लड़ने के लिए तैयार है.
मरीज में दिखते हैं ये लक्षण
मंकीपॉक्स से ग्रसित मरीज में किस तरह के लक्षण समझ में आते है. इसके बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जब भी कोई मंकीपॉक्स से ग्रसित होता है तो उसमें सामान्य तौर पर तेज बुखार, शरीर में बहुत दर्द जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं. कई बार शरीर में खुजली और बदन टूटना भी समझ में आता है. डॉक्टर ने कहा कि इस वायरस से ग्रसित होने के बाद 2-3 दिन बाद शरीर में चकत्ते दिखाई देने लगते हैं. वैज्ञानिक ने कहा कि अभी तक हमारे पास यूरोप और यूएसए के गैर स्थानिक देशों में इस वायरस के संक्रमण के मामले की जानकारी है.