पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने खिलाफ विपक्ष के महत्वपूर्ण अविश्वास प्रस्ताव को सफल होने देने के लिए शक्तिशाली सेना पर शुक्रवार को परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने ‘तटस्थ’ को पहले ही आगाह किया था कि यदि ‘साजिश’ सफल हुई तो देश के आर्थिक सुधार पीछे चले जाएंगे. पाकिस्तानी रुपये में लगातार गिरावट आने और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले इसके 193 रुपये तक गिर जाने के बाद इमरान खान ने सोशल मीडिया का सहारा लिया.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया अब तक के निम्नतम स्तर पर है. खान ने कहा कि ‘आयातित सरकार’ कुछ नहीं कर रही, जबकि बाजार को कदम उठाए जाने की प्रतीक्षा है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “बाजार को नीति और कार्रवाई की प्रतीक्षा है, आयातित सरकार ऐसा करने में नाकाम रही है. मैंने और शौकत तरीन दोनों ने ‘तटस्थ’ को आगाह किया था कि अगर साजिश सफल हुई तो हमारी कमजोर आर्थिक स्थिति और पीछे चली जाएगी. अब यही हुआ है.”
इस बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ नीत गठबंधन सरकार की आलोचना बढ़ती जा रही है क्योंकि सरकार अब तक प्रमुख आर्थिक समस्याओं के हल के लिए कोई प्रभावी कदम उठाने में नाकाम रही है. प्रधानमंत्री शरीफ पार्टी के एक प्रमुख नेता के साथ इस समय लंदन में हैं. वह अपने भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से चुनौतीपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों के संबंध में परामर्श करने के लिए गए हैं.