महाराष्ट्र को कोयला संकट से उबारने में छत्तीसगढ़ सरकार बड़ी मददगार साबित हो सकती है. राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री नितिन राउत की बीते सोमवार को मुलाकात रायपुर में हुई है. मुलाकात में दोनों के बीच महाराष्ट्र की उर्जा संबंधी जरूरतों पर विस्तृत चर्चा हुई है. मुख्यमंत्री बघेल ने महाराष्ट्र की उर्जा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए गारे पेलमा सेक्टर-2 कोल ब्लाक के क्लीयरेंस के लिए नियमानुसार यथासंभव जल्द मदद करने का आश्वासन मंत्री नितिन राउत को दिया है.
राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास में हुई मुलाकात में महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री राउत ने बताया कि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की गारे पेलमा कोल ब्लाक गारे पेलमा सेक्टर-2 महाराष्ट्र की विद्युत कम्पनी (महाजेनको) को आबंटित है. महाराष्ट्र में विद्युत उत्पादन के लिए कोयला की आपूर्ति इस कोल ब्लाक से की जानी है, जिससे आने वाले समय में कोयले का संकट उत्पन्न न हो और आपूर्ति की निरंतरता बनी रहे. कोयला संकट की समस्या से बचने के लिए ही गारे पेलमा में खनन की स्वीकृति के लिए महाराष्ट्र के मंत्री ने मुलाकात कर चर्चा की.
औपचारिकताओं को जल्द पूरा करने का आग्रह
महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री राउत ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कोल ब्लाक से संबंधित सभी औपचारिकताओं को जल्द पूर्ण कराने का आग्रह करते हुए इस कोल ब्लाक के लिए वन व्यपवर्तन और राज्य शासन की अनुशंसा का अनुरोध भी किया. सीएम भूपेश बघेल ने भी आश्वासन दिया कि नियमानुसार जल्द ही औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी. बता दें कि पिछले महीने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से रायपुर में मुलाकात की थी. राजस्थान सीएम ने भी राज्य में कोयला संकट की चर्चा करते हुए परसा में आवंटित कोल ब्लॉक में खनन की एनओसी की डिमांड की थी. राज्य सरकार ने मुलाकात के कुछ दिन बाद परसा कोल ब्लॉक में खनन की मंजूरी दे दी है.